भोपाल: कर्तव्यनिष्ठा और उत्कृष्ट सेवा के लिए मध्य प्रदेश पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को भोपाल पुलिस मुख्यालय स्थित पुलिस ऑफिसर्स मेस में के.एफ. रुस्तमजी पुरस्कार और डायरेक्टर जनरल्स कमंडेशन रोल (डीजीसीआर) अवॉर्ड समारोह का आयोजन किया गया।
इस समारोह में डीजीपी सुधीर सक्सेना ने 142 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रशस्ति-पत्र और डिस्क देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों की मेहनत और उनके परिवारों के योगदान की सराहना करते हुए कहा, “पुलिस बल ने जनसेवा और देशभक्ति की मिसाल कायम की है। उनके समर्पण से समाज सुरक्षित और सशक्त बना है।”
सम्मान का उद्देश्य
डीजीपी सक्सेना ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों का उद्देश्य पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाना और उनके योगदान को सार्वजनिक रूप से सराहना देना है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उनके सहकर्मियों को भी प्रेरित करेगा कि वे समाज के लिए और अधिक समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करें।
डीजीसीआर अवॉर्ड में हुई वृद्धि
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप, डीजीसीआर अवॉर्ड की संख्या को प्रतिवर्ष 100 से बढ़ाकर 200 कर दिया गया है। इस पहल से अधिक पुलिसकर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया जा सकेगा।
के.एफ. रुस्तमजी पुरस्कार की विशेषता
यह पुरस्कार उन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने नक्सल विरोधी अभियान, सांप्रदायिक दंगों, कानून व्यवस्था की गंभीर चुनौतियों और अन्य आपातकालीन स्थितियों में असाधारण कार्य किया हो। यह पुरस्कार परम विशिष्ट, अति विशिष्ट, और विशिष्ट तीन श्रेणियों में दिया जाता है।
वर्ष 2020-21 के विजेताओं की सूची
इस वर्ष पुरस्कार पाने वालों में इंदौर, भोपाल, उज्जैन, शिवपुरी, और अन्य जिलों से कई अधिकारी शामिल हैं। इनमें से प्रमुख नाम हैं:
परम विशिष्ट श्रेणी: श्री गुरु प्रसाद पाराशर (उज्जैन)
अति विशिष्ट श्रेणी: श्री सुदीप गोयनका (भोपाल), श्री मनीष साहू (भोपाल), और अन्य।
विशिष्ट श्रेणी: सुश्री सोनाली गुप्ता (अनूपपुर), श्री अरविंद कुजूर (छतरपुर), और अन्य।
प्रदेश स्तरीय अलंकरण समारोह की शुरुआत
2023 से इस पुरस्कार समारोह को औपचारिक रूप से बड़े स्तर पर आयोजित किया जाने लगा है। डीजीपी द्वारा इस पहल को भव्यता प्रदान करते हुए, सभी सम्मानित पुलिसकर्मियों को पुलिस मुख्यालय में आमंत्रित किया जाता है और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में उन्हें यह अलंकरण प्रदान किया जाता है।
के.एफ. रुस्तमजी पुरस्कार और डीजीसीआर अवॉर्ड न केवल पुलिसकर्मियों की सेवाओं का सम्मान करते हैं बल्कि यह उनके आत्मबल को बढ़ाने का माध्यम भी है। इस प्रकार के आयोजनों से पुलिस बल को प्रेरणा मिलती है कि वे अपने कर्तव्यों को और अधिक तत्परता के साथ निभाएं।