एम्स भोपाल की प्रो. भावना शर्मा को लगातार दूसरे वर्ष मिला ‘नेशनल रिसोर्स टीचर ऑफ इंडिया’ स्वर्ण पट्टिका सम्मान

भोपाल । एम्स भोपाल के नेत्र विज्ञान विभाग की प्रमुख प्रो. भावना शर्मा को लगातार दूसरे वर्ष नेशनल रिसोर्स टीचर ऑफ इंडिया स्वर्ण पट्टिका से सम्मानित किया गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार ऑल इंडिया ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी  द्वारा गुरुसंगम पहल के तहत प्रदान किया जाता है, जो देश के सबसे उत्कृष्ट नेत्र विज्ञान शिक्षकों को मान्यता देता है।

गुरुसंगम पहल: एक प्रतिस्पर्धी और प्रतिष्ठित सम्मान

गुरुसंगम एक तीन-चरणीय मूल्यांकन प्रक्रिया है, जिसमें शिक्षकों को निरंतरता और उत्कृष्टता के आधार पर आंका जाता है। प्रो. भावना शर्मा का लगातार दो वर्षों तक चयन इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने नेत्र विज्ञान शिक्षा में एक नया मानदंड स्थापित किया है। यह सम्मान उन्हें भविष्य में भारतीय नेत्र विज्ञान के प्रतिष्ठित ‘द्रोणाचार्य’ सम्मान की दिशा में आगे बढ़ाता है।

सम्मान प्राप्त करने पर प्रो. शर्मा की प्रतिक्रिया

अपनी खुशी व्यक्त करते हुए प्रो. शर्मा ने कहा,
“यह सम्मान मेरे शिक्षकों के मार्गदर्शन, माता-पिता के समर्थन और मेरे छात्रों व रोगियों के विश्वास का परिणाम है। मैं इसे उन सभी को समर्पित करती हूं जिन्होंने मेरे सफर को आकार दिया और मेरी प्रगति में योगदान दिया। मेरे शिक्षक, माता-पिता, छात्र और रोगी मुझे हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करते हैं।”

एम्स भोपाल के लिए गर्व का क्षण

एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो.  अजय सिंह ने इस उपलब्धि पर कहा,
“प्रो. भावना शर्मा का लगातार दूसरी बार यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतना, एम्स भोपाल की शैक्षणिक उत्कृष्टता और चिकित्सा शिक्षा में नवाचार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनका समर्पण और शिक्षण क्षमता न केवल हमारे संस्थान बल्कि पूरे चिकित्सा जगत के लिए प्रेरणादायक है।”

एम्स भोपाल में उत्कृष्ट शिक्षा की परंपरा

एम्स भोपाल लगातार चिकित्सा शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। संस्थान के संकाय सदस्य और छात्र निरंतर उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं, जिससे एम्स भोपाल देश के अग्रणी चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में से एक बन गया है।

Exit mobile version