भोपाल, । एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने 26 अप्रैल 2025 को डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RMLIMS), लखनऊ में आयोजित घुटने की जटिल चोटों पर सीएमई (Continuing Medical Education) और ऑर्थोपेडिक्स विभाग के पहले स्थापना दिवस समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि हिस्सा लिया।
घुटने की लिगामेंटस चोटों पर केंद्रित रहा सीएमई कार्यक्रम
इस सीएमई कार्यक्रम का विषय “Ligamentous Injuries around Knee” यानी घुटने के आसपास लिगामेंट संबंधी जटिल चोटें रहा। देशभर के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के ऑर्थोपेडिक्स विशेषज्ञों ने इसमें भाग लिया और आधुनिक उपचार विधियों, सर्जिकल तकनीकों और नवाचारों पर अपने विचार साझा किए।
प्रो. अजय सिंह का महत्वपूर्ण संबोधन
अपने प्रेरक संबोधन में प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा में ऐसे शैक्षणिक आयोजनों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि मेडिकल क्षेत्र में निरंतर व्यावसायिक विकास (Continuous Professional Development) और संस्थागत सहयोग आज के समय में जटिल स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए अनिवार्य हैं।
उन्होंने यह भी कहा,
> “ज्ञान, विशेषज्ञता और नवाचार साझा करने से न केवल चिकित्सा अनुसंधान में तेजी आती है, बल्कि रोगी देखभाल और उपचार के परिणामों में भी सुधार होता है। ऐसे कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को मजबूती देने का माध्यम बनते हैं।”
आरएमएल इंस्टीट्यूट के ऑर्थोपेडिक्स विभाग को दी बधाई
प्रो. सिंह ने आरएमएल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ के ऑर्थोपेडिक्स विभाग को उसके पहले स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई दी और चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की।
उन्होंने एम्स भोपाल और देश के अन्य प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के बीच शोध, शिक्षा और रोगी देखभाल में सहयोग को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
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एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने आरएमएल इंस्टीट्यूट, लखनऊ में घुटने की जटिल चोटों पर सीएमई और ऑर्थोपेडिक्स विभाग के स्थापना दिवस कार्यक्रम में लिया हिस्सा
