State

ननिहाल बच्चियों के साथ बढ़ते अपराध: कानून और सरकार पर सवाल

पिछले कुछ वर्षों में देशभर में ननिहाल बच्चियों के साथ दरिंदगी, अपहरण और हत्या जैसी घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि देखने को मिल रही है। इन घटनाओं ने न केवल समाज में भय का माहौल पैदा किया है, बल्कि सरकार और कानून व्यवस्था की प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।

बढ़ते अपराध और प्रशासन की नाकामी

इन जघन्य अपराधों के बढ़ते मामलों के बावजूद आरोपी बेखौफ नजर आते हैं, जिससे आम जनता का भरोसा कानून व्यवस्था से उठता जा रहा है। आखिर ऐसा क्या कारण है कि सरकार और प्रशासन इन अपराधों पर रोक लगाने में असफल साबित हो रहे हैं? बच्चियों का खुलेआम अपहरण और हत्या यह दर्शाता है कि मौजूदा कानून अपराधियों में डर पैदा करने में नाकाम हो रहे हैं।

लोगों में असुरक्षा का माहौल

बढ़ते अपराधों से माता-पिता और परिवारों में चिंता बढ़ गई है। कब तक ननिहाल बच्चियों को सुरक्षित माहौल नहीं मिलेगा और वे बिना डर के स्वतंत्र रूप से घूम सकेंगी? मजबूत कानून व्यवस्था की आवश्यकता है ताकि अपराधियों को कठोर दंड मिले और समाज में सुरक्षा की भावना बहाल हो।

समाधान की दिशा में क्या कदम उठाने होंगे?

इन अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है। कानून का ऐसा कड़ाई से पालन हो कि अपराधियों में डर पैदा हो और वे इस तरह के अपराध करने से पहले सौ बार सोचें।

पुखराज भटेले

संस्थापक: व्यवस्था परिवर्तन

अध्यक्ष: बच्चे बचाओ अभियान

जिला प्रमुख: राजीव दीक्षित भारत निर्माण ट्रस्ट

सदस्य: हाईवे संघर्ष समिति, भिंड


मेटा डिस्क्रिप्शन: ननिहाल बच्चियों के साथ बढ़ते अपराधों ने समाज में डर का माहौल बना दिया है। सरकार और कानून की प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

Related Articles