बिलासपुर में बढ़ते अपराधों पर सवाल: जुआं-सट्टा और नशे के बीच कमजोर होती कानून व्यवस्था

*बिलासपुर**। प्रदेश में जुआं और सट्टे का खेल खुलेआम चल रहा है, और अपराधी बेखौफ होकर पुलिस और सरकार पर पैसों की मांग करने का आरोप लगा रहे हैं। आए दिन बिलासपुर में जुआं-सट्टा से जुड़ी खबरें सामने आ रही हैं, लेकिन प्रशासन के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। जिले में लगातार बढ़ते अपराध कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। जुआं-सट्टा का जाल बेलगाम फैल रहा है, और कई जिलों में तो सार्वजनिक रूप से टेंट लगाकर सट्टे के खेल हो रहे हैं।

बिलासपुर में जुआं और नशे के बढ़ते प्रभाव के कारण कानून व्यवस्था चरमरा रही है। हाल ही में चाकूबाजी की घटनाओं में इजाफा हुआ है, जिससे नागरिकों में भय का माहौल है। आए दिन हो रही चाकूबाजी की घटनाओं ने सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर अपराधियों के पास ये हथियार आ कहां से रहे हैं, और पुलिस इन घटनाओं को रोकने में नाकाम क्यों हो रही है?

इसके अलावा, बिलासपुर में हत्या और दुष्कर्म के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। मासूम बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि उन्हें भी अपराधी अपना शिकार बना रहे हैं। वर्तमान स्थिति में बिलासपुर अपराध के मामलों में प्रदेश में शीर्ष पर पहुंच चुका है, और सरकार के दावे सवालों के घेरे में हैं। सरकार के जिम्मेदार लोग अब केवल यह कहकर बचने की कोशिश कर रहे हैं कि कांग्रेस के शासनकाल में अपराध ज्यादा थे, जबकि अब कम हैं।

विधायक द्वारा अपराध मुक्त समाज का वादा करके जनता से वोट लेने के बाद अब स्थिति जस की तस बनी हुई है।

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