भोपाल । रेल बजट 2025-26 में मध्य प्रदेश को रेलवे अवसंरचना के विकास के लिए ऐतिहासिक सौगात मिली है। ₹14,745 करोड़ के भारी-भरकम बजट के तहत राज्य में नई रेल परियोजनाओं, स्टेशन आधुनिकीकरण, विद्युतीकरण और सुरक्षा तकनीकों पर निवेश किया जाएगा, जिससे रेल यात्री सुविधाओं और कनेक्टिविटी में व्यापक सुधार होगा।
मध्य प्रदेश को मिली बड़ी रेल परियोजनाएं
31 नई रेल परियोजनाएं मंजूर – कुल 5,869 किलोमीटर के नए रेल मार्गों पर ₹1,04,987 करोड़ का निवेश
80 रेलवे स्टेशन होंगे ‘अमृत स्टेशन’ – ₹2,708 करोड़ की लागत से प्रमुख स्टेशनों का आधुनिकीकरण
7 बड़े रेलवे स्टेशन होंगे पुनर्विकसित – रानी कमलापति, ग्वालियर, खजुराहो, सतना, इंदौर, बीना और जबलपुर के पुनर्विकास पर ₹1,950 करोड़
कवच सुरक्षा तकनीक का विस्तार – 3,572 किलोमीटर रेलमार्ग पर कार्य स्वीकृत, 1,422 किमी पर काम जारी
100% विद्युतीकरण पूरा – 2,808 किलोमीटर रेलवे ट्रैक विद्युतीकृत, जिससे मध्य प्रदेश पूर्ण रूप से विद्युतीकृत राज्य बना
2,456 किलोमीटर नई रेल पटरियों का निर्माण, जो डेनमार्क के पूरे रेल नेटवर्क के बराबर
इन 80 रेलवे स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
भोपाल, इटारसी, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, उज्जैन, खजुराहो, इंदौर, कटनी, सतना, विदिशा, रतलाम, बैतूल, दतिया, सागर, दमोह, नीमच, मुरैना, शहडोल, शिवपुरी, टीकमगढ़, उमरिया, सिंगरौली, पिपरिया, हरदा, छिंदवाड़ा, मैहर, मंदसौर, ओरछा, नागदा, बेतूल समेत अन्य प्रमुख स्टेशन शामिल।
यात्री सुविधाओं में बड़ा सुधार
✔ 4 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन, जो राज्य के 14 जिलों को जोड़ती हैं
✔ 69 लिफ्ट और 41 एस्केलेटर की सुविधा
✔ 408 रेलवे स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई सेवा
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने कहा कि इस बजट से रेलवे नेटवर्क का विस्तार और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। मध्य प्रदेश में यह बजट रेल यात्री सुविधाओं को आधुनिक बनाने के साथ-साथ राज्य के आर्थिक विकास को भी नई गति देगा।