प्रयागराज: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे की तैयारियों का व्यापक निरीक्षण किया। उन्होंने प्रयागराज क्षेत्र के विभिन्न रेलवे स्टेशनों और परियोजनाओं का जायजा लेते हुए अधिकारियों को यात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
महाकुंभ के लिए रेलवे की तैयारियां
महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाने के लिए रेलवे कई नई परियोजनाओं पर काम कर रहा है। रेल मंत्री ने झूंसी, फाफामऊ और प्रयागराज जंक्शन सहित अन्य स्टेशनों पर चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने गंगा नदी पर बने नए रेल ब्रिज और दोहरीकरण परियोजनाओं की प्रगति का भी जायजा लिया।
विशेष कार्य और निरीक्षण बिंदु:
1. झूंसी स्टेशन: गंगा नदी पर नए ब्रिज संख्या-111 और स्टेशन विकास कार्यों का निरीक्षण।
2. फाफामऊ स्टेशन: पुनर्विकास योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों की समीक्षा।
3. प्रयागराज जंक्शन: यात्री सुविधाओं, कलर कोडिंग, स्वच्छता, और टिकटिंग व्यवस्था का निरीक्षण।
यात्रियों की सुविधा पर जोर
रेल मंत्री ने मेला अवधि के दौरान यात्रियों की सुरक्षा, आपातकालीन चिकित्सा, स्वच्छता, और ट्रेनों के समयानुसार संचालन के लिए निर्देश दिए। उन्होंने रैपिड एक्शन टीम, क्विक रिस्पांस टीम, और फायर फाइटिंग टीम के प्रबंधन का भी मूल्यांकन किया।
विशेष इंतजाम:
मेला टॉवर से सीसीटीवी निगरानी।
43 स्थायी होल्डिंग एरिया का निर्माण।
13,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन, जिनमें 3,000 स्पेशल ट्रेनें होंगी।
छोटी दूरी के लिए मेमू ट्रेनें।
यात्री दिशा-निर्देशन के लिए कलर कोडिंग प्रणाली।
5000 करोड़ की लागत से विकास
पिछले दो वर्षों में प्रयागराज क्षेत्र में 5000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर रेलवे ने महाकुंभ के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। बनारस-प्रयागराज रेल खंड पर दोहरीकरण और 100 साल बाद गंगा नदी पर नया रेल ब्रिज इन कार्यों में प्रमुख हैं।
प्रेस वार्ता में रेल मंत्री का बयान
रेल मंत्री ने कहा, “महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए रेलवे पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। प्रयागराज क्षेत्र में विकास कार्य तेज गति से पूरे किए जा रहे हैं। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।”
आगे की योजनाएं
रेल मंत्री ने अयोध्या, चित्रकूट, और विंध्याचल के लिए अतिरिक्त ट्रेनों के संचालन की बात कही। उन्होंने स्वच्छ और प्लास्टिक-मुक्त कुंभ के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए।
इस निरीक्षण के दौरान रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार, उत्तर मध्य रेलवे और अन्य जोन के महाप्रबंधक, और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष:
रेलवे की तैयारियों से साफ है कि महाकुंभ 2025 को सफल और सुविधाजनक बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। यात्रियों के लिए बेहतर अनुभव सुनिश्चित करने की दिशा में यह प्रयास एक बड़ा कदम है।