भोपाल:। मध्य प्रदेश में राजस्व महा अभियान 3.0 पूरी तीव्रता के साथ चल रहा है। प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार, इस अभियान का उद्देश्य रास्तों के विवाद सुलझाना, नक्शा तरमीम करना, फार्मर रजिस्ट्री और अन्य राजस्व कार्यों को तेजी से निपटाना है।
भोपाल में अभियान की गति तेज
भोपाल जिले में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में राजस्व अधिकारी और कर्मचारी अवकाश के दिनों में भी इस अभियान को सफल बनाने में जुटे हैं। रविवार को भी समस्त एसडीएम और अन्य राजस्व अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में सक्रिय रहे।
ग्रामीणों की सुविधा के लिए विशेष कदम
कलेक्टर के निर्देश पर सभी पटवारी गांवों में ग्राम पंचायतों और कॉमन सर्विस सेंटर जैसे स्थलों पर कार्य सूची चस्पा कर रहे हैं। इसमें नक्शा तरमीम और फार्मर रजिस्ट्री से छूटे ग्रामीणों के नामों की जानकारी दी जा रही है। साथ ही, ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए अलग-अलग माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है, ताकि वे अपने राजस्व से जुड़े कार्य आसानी से अपने गांव में ही पूरे करवा सकें।
सामाजिक आयोजनों में भी अभियान का प्रचार
पटवारी सामाजिक आयोजनों, जैसे विवाह समारोहों और भोजों में भी भाग लेकर वहां उपस्थित किसानों को अभियान की जानकारी दे रहे हैं। मौके पर ही उनके राजस्व से संबंधित कार्य भी संपन्न किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों को मिल रही सुविधा
यह अभियान ग्रामीणों के राजस्व कार्यों में आने वाली समस्याओं का समाधान प्रदान कर रहा है। नक्शा तरमीम, फार्मर रजिस्ट्री, और केवाईसी जैसे कार्य अब गांव में ही पूरे किए जा रहे हैं। इससे ग्रामीणों को सहूलियत मिल रही है और समय की बचत हो रही है।
राजस्व महा अभियान 3.0 से सरकार का उद्देश्य ग्रामीणों को उनके अधिकारों और सुविधाओं का लाभ देना है। यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि प्रदेश के हर नागरिक को राजस्व सेवाओं का सुगम और त्वरित लाभ मिल सके।