शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक, जनकल्याण अभियान में सेवाओं की पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर
भोपाल: मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रभाकर तिवारी ने शहरी क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों और अभियानों की समीक्षा के लिए संजीवनी पॉलीक्लिनिक, कमला नगर में बैठक की। इसमें शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और संजीवनी क्लीनिक के चिकित्सा अधिकारी एवं प्रबंधकीय स्टाफ शामिल हुए।
स्वास्थ्य कार्यक्रमों और लक्ष्यों पर चर्चा
बैठक में दिसंबर 2024 तक हुई प्रगति की समीक्षा की गई और अगले तीन महीनों की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई। सीएमएचओ ने निर्देश दिया कि 26 जनवरी तक चल रहे जनकल्याण अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड सहित अन्य स्वास्थ्य सेवाएं पात्र हितग्राहियों तक पहुंचाई जाएं।
महत्वपूर्ण निर्देश
घर-घर संपर्क अभियान: मैदानी कार्यकर्ता पात्र हितग्राहियों तक पहुंचने के लिए घर-घर जाकर संपर्क करें।
ओपीडी सेवाओं में सुधार: चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी नियमित ओपीडी परामर्श एवं उपचार सेवाएं सुनिश्चित करें।
अंतर्विभागीय समन्वय: स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए विभागों के बीच समन्वय स्थापित किया जाए।
स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर विशेष जोर
बैठक में निम्नलिखित कार्यक्रमों की प्रगति पर चर्चा की गई:
1. मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम:
शीघ्र एएनसी पंजीयन और जांच।
हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं का प्रबंधन।
परिवार कल्याण और टीकाकरण।
2. असंचारी रोग नियंत्रण:
डायबिटीज और उच्च रक्तचाप के मरीजों की पहचान और नियमित फॉलोअप।
3. क्षय उन्मूलन और कुष्ठ रोग नियंत्रण।
4. वेक्टर जनित रोग और अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम।
5. आयुष्मान कार्ड: वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति।
महिला आरोग्य समितियों की भूमिका
महिला आरोग्य समितियों की नियमित बैठकें आयोजित करने और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी दिशा-निर्देश दिए गए।
सीएमएचओ का बयान
डॉ. तिवारी ने कहा, “वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही में शेष बचे लक्ष्यों को प्राप्त करना हमारी प्राथमिकता है। अभियान को प्रभावी बनाने के लिए सभी स्तरों पर समन्वित प्रयास आवश्यक हैं।”