चित्रकूट के घाट पर संघ नेता सुरेश सोनी ने कराई सीएम मोहन यादव और कैलाश विजयवर्गीय के बीच सुलह

चित्रकूट, रामचरित मानस में वर्णित वह पवित्र स्थान, जहां संतन की भीर और रघुवीर के तिलक की महिमा गाई जाती है, अब मध्य प्रदेश की सियासत का केंद्र बन गया है। मकर संक्रांति के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता सुरेश सोनी की पहल पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बीच सुलह कराने की कोशिशें चर्चा में हैं।

सत्ता-संगठन में खींचतान और चित्रकूट का समाधान

मध्य प्रदेश की सियासत में लंबे समय से सत्ता और संगठन के बीच खींचतान की स्थिति बनी हुई थी। विजयवर्गीय, जो इंदौर जिले के राजनीतिक मामलों से असंतुष्ट बताए जा रहे थे, कैबिनेट बैठकों से दूरी और सड़क निर्माण जैसे प्रस्तावों पर आपत्ति जताकर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके थे। इसी तनाव को खत्म करने के लिए संघ नेता सुरेश सोनी ने मध्यस्थता की भूमिका निभाई।

कैसे हुई सुलह की शुरुआत

पार्टी सूत्रों के अनुसार, कैलाश विजयवर्गीय सोमवार को चित्रकूट पहुंचे, जबकि मुख्यमंत्री मोहन यादव रीवा और सतना होते हुए चित्रकूट पहुंचे। इस दौरान वैदेही भवन में सीएम और संघ नेता की बैठक हुई। मंगलवार को सीएम और विजयवर्गीय के बीच चर्चा हुई, जिसमें इंदौर जिले के प्रभार और अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।

संघ नेता सुरेश सोनी की रणनीति

सुरेश सोनी, जो मुख्यमंत्री मोहन यादव को सीएम पद तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं, ने इस बार भी मध्य प्रदेश भाजपा के भीतर बढ़ते विवादों को सुलझाने की कोशिश की। सोनी ने सीएम और विजयवर्गीय से अलग-अलग चर्चा कर उनके बीच मतभेदों को कम करने का प्रयास किया।

भाजपा में बढ़ते विवाद

मध्य प्रदेश भाजपा में न सिर्फ इंदौर बल्कि अन्य जिलों में भी विवाद चरम पर हैं। पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत के बीच बयानबाजी और जिलाध्यक्षों के चयन को लेकर खींचतान ने संगठन के लिए चुनौतियां खड़ी की हैं।

प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर चर्चा

इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के चयन का मुद्दा भी उठा। माना जा रहा है कि इस बैठक के जरिए पार्टी के भीतर संतुलन स्थापित करने की कोशिश हो रही है।

चित्रकूट की यह पहल न केवल सत्ता-संगठन के बीच चल रही खींचतान को खत्म करने का प्रयास है, बल्कि आगामी चुनावों से पहले पार्टी में एकता और स्थिरता बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा भी है।

Exit mobile version