State

सेबी ने सात कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध, करोड़ों की धोखाधड़ी का खुलासा

नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बाजार में अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोपों के तहत सात कंपनियों पर कड़ा प्रतिबंध लगाया है। इन कंपनियों में पाचेली इंडियंड फाइनेंस, अभिजीत ट्रेडिंग, कैलिक्स कट्टरपंथियों, हिबिस्कस कट्टरपंथियों, एडोव्सिएरा स्ट्रैटिजी इंडिया, और स्टूडियो स्टूडियोज शामिल हैं।

सेबी ने खुलासा किया कि इन कंपनियों ने वित्तीय गड़बड़ियों का सहारा लेते हुए करोड़ों रुपये का कर्ज लिया और उसे फर्जी तरीके से इक्विटी में बदल दिया। पाचेली इंडिपेंडेंट फाइनेंस पर विशेष रूप से आरोप है कि उसने गैर-प्रवर्तकों के रूप में छह शेयरों के आधार पर करीब 1,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया। यह कर्ज केवल कागजी दस्तावेजों में दिखाया गया, लेकिन वास्तविक लेन-देन नहीं हुआ।

सेबी ने यह भी बताया कि कंपनियों ने जमीन खरीदने का दावा करते हुए कर्ज का जाल बुना, लेकिन उनके पास पर्याप्त संपत्ति या बुनियादी ढांचा नहीं था। इन फर्जीवाड़ों के कारण सेबी ने इन कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके बाजार लेन-देन पर पूरी तरह रोक लगा दी है।

निवेशकों की सुरक्षा को प्राथमिकता

सेबी का यह कदम निवेशकों की सुरक्षा और बाजार में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि धोखाधड़ी और वित्तीय अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मार्केट में हड़कंप

इस फैसले के बाद शेयर बाजार में हड़कंप मच गया है। विभिन्न मार्केट वॉचडॉग और विश्लेषकों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय बाजार में भरोसे को पुनः स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण है।

सेबी की भविष्य की योजना

सेबी ने संकेत दिया है कि यदि इस मामले में और अनियमितताएं पाई जाती हैं, तो और भी कठोर कदम उठाए जा सकते हैं। इस घटना ने युवा निवेशकों के विश्वास को झकझोर दिया है, लेकिन यह भी दिखाया है कि सेबी बाजार की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

Related Articles