माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा 2024: हाईकोर्ट ने आयु सीमा विवाद में अभ्यर्थी को राहत दी, कर्मचारी चयन मंडल को फॉर्म स्वीकारने का आदेश

जबलपुर: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट जबलपुर ने माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा 2024 में अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष को लेकर विवाद के बीच शहडोल निवासी कंवलजीत सिंह के पक्ष में फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कर्मचारी चयन मंडल (ESB) को आदेश दिया है कि वह याचिकाकर्ता का फॉर्म स्वीकार करे, भले ही आवेदन की अंतिम तिथि निकल चुकी हो।
आयु सीमा विवाद और कोर्ट का निर्णय
2018 और 2023 में आयोजित पात्रता परीक्षाओं में आयु सीमा:
अनारक्षित श्रेणी: 40 वर्ष
आरक्षित श्रेणी: 45 वर्ष
संशोधित भर्ती नियम 2022 के तहत ESB द्वारा जारी माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा 2024 के विज्ञापन में भी यही आयु सीमा लागू की गई।
कई अभ्यर्थी जो पात्रता परीक्षा पास कर चुके थे, वे नई अधिकतम आयु सीमा के कारण चयन परीक्षा में शामिल नहीं हो पा रहे थे।
याचिकाकर्ता कंवलजीत सिंह की ओर से अधिवक्ता अमित चतुर्वेदी ने दलील दी कि पात्रता परीक्षा पास करने के बाद चयन प्रक्रिया में आयु सीमा का नया प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता।
हाईकोर्ट ने इस तर्क को प्रथम दृष्टया स्वीकार किया और कर्मचारी चयन मंडल को आदेशित किया कि याचिकाकर्ता का आवेदन स्वीकार किया जाए और वह मार्च में होने वाली चयन परीक्षा में शामिल हो सके।
कोर्ट का फैसला: आयु सीमा छूट के लिए उम्मीद की किरण
हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि 25 फरवरी के बाद, आयुसीमा विवाद से जुड़े अन्य प्रकरणों में भी राहत दी जा सकती है।
यह निर्णय उन सभी ‘ओवर-एज’ अभ्यर्थियों के लिए अंतिम अवसर हो सकता है, जो शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं।
यह मामला अन्य प्रभावित उम्मीदवारों के लिए भी मिसाल बनेगा, जो आयु सीमा के कारण चयन परीक्षा से वंचित हो रहे थे।