भोपाल । मध्य प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (स्पेशल डीजी) रेल, मनीष शंकर शर्मा का देर रात दिल्ली में इलाज के दौरान निधन हो गया। 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी शर्मा ने अपने तीन दशक से अधिक के करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दीं। उनके निधन की खबर से मध्य प्रदेश पुलिस विभाग, प्रशासनिक अधिकारियों और उनके करीबी साथियों में शोक की लहर दौड़ गई है।
भोपाल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
श्री शर्मा का पार्थिव शरीर दिल्ली से भोपाल लाया गया। उनका सोमवार को भदभदा विश्राम घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वे मूल रूप से नर्मदापुरम (होशंगाबाद) के निवासी थे और उन्होंने रायसेन, सतना, छिंदवाड़ा और खंडवा में एसपी के रूप में सेवाएं दी थीं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी था सम्मान
1997-98 में संयुक्त राष्ट्र मिशन के तहत बोस्निया और हर्जेगोविना में सेवाएं दीं। स्थानीय पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने की अहम जिम्मेदारी निभाई। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और टी-बोर्ड ऑफ इंडिया में भी सुरक्षा निदेशक के रूप में कार्य किया।
अमेरिका में मिला विशेष सम्मान
सैन डिएगो (कैलिफोर्निया) के महापौर केविन एल. फॉकनर ने 20 जुलाई को ‘मनीष शंकर शर्मा दिवस’ घोषित किया था। उन्हें यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स का ‘स्पेशल कांग्रेसनल रिकग्निशन’ सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया था।
शिक्षा और योगदान
इंदौर के डेली कॉलेज से प्रारंभिक शिक्षा और बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ पिलानी से एमबीए किया। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से ‘इंटरनेशनल सिक्योरिटी, काउंटर टेररिज्म एंड पब्लिक पॉलिसी’ में मास्टर्स डिग्री प्राप्त की। वैश्विक आतंकवाद पर लिखी गई पुस्तक ‘ग्लोबल टेररिज्म – चैलेंजेस एंड पॉलिसी ऑप्शंस’ में महत्वपूर्ण योगदान दिया। चार महाद्वीपों में सेवाएं देने वाले इकलौते भारतीय आईपीएस अधिकारी थे।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
उनके पिता कृपा शंकर शर्मा मध्य प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव रह चुके हैं। चाचा डॉ. सीतासरन शर्मा मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। उनके निधन से परिवार, पुलिस विभाग और समाज में गहरा शोक व्याप्त है। मनीष शंकर शर्मा के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
स्पेशल डीजी रेल मनीष शंकर शर्मा का निधन, पुलिस विभाग में शोक की लहर
