विज्ञान संचार पर विशेष व्याख्यान: विकसित भारत 2047 और वैज्ञानिक सोच का महत्व

#### वैज्ञानिक सोच को जन-जन तक पहुंचाना संवैधानिक दायित्व: कुलगुरु प्रो. सुरेश

भोपाल: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के माखनपुरम परिसर में “विकसित भारत 2047 तथा विज्ञान संचार की भूमिका” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ) अनिल कुमार वडावातूर, निदेशक भारतीय जनसंचार संस्थान दक्षिण क्षेत्रीय परिसर कोट्टायम और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित विज्ञान लेखक थे।

#### राजनीतिक दृष्टिकोण दुर्भाग्यपूर्ण: डॉ. अनिल कुमार

प्रो. वडावातूर ने विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में विज्ञान संचार की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने विज्ञान संचार के क्षेत्र और उसकी चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की और युवाओं को विज्ञान लेखन को लोकप्रिय बनाने के टिप्स दिए। प्रो. वडावातूर ने विज्ञान संचार में राजनीतिक दृष्टिकोण को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

#### कुलगुरु का संबोधन

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. (डॉ) के.जी. सुरेश ने कहा कि वैज्ञानिक सोच को जन-जन तक पहुंचाना हमारा संवैधानिक दायित्व है। उन्होंने युवाओं के लिए विज्ञान संचार को महत्वपूर्ण बताया और उन्हें प्रेरित किया।

#### सम्मान और स्वागत

इससे पहले, प्रो. वडावातूर का शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता ने कुलगुरु प्रो. सुरेश का भी शॉल और श्रीफल भेंटकर स्वागत किया।

#### उपस्थित गणमान्य

इस व्याख्यान में डीन (अकादमिक) प्रो. डॉ. पी. शशिकला, कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी, निदेशक (शोध) प्रो. बी.सी. महापात्रा, निदेशक (एसोसिएट स्टडी इंस्टीट्यूट) डॉ. बबिता अग्रवाल, एड. प्रोफेसर शिवकुमार विवेक, विभागीय समन्वयक डॉ. सत्येंद्र डहेरिया, निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. जया सुरजानी, निदेशक (वुमेन डेवलपमेंट सेल) डॉ. गरिमा पटेल, निदेशक (प्रवेश) श्री शलभ श्रीवास्तव और परिसरों के मेंटर डॉ. के. मणिकंठन नायर उपस्थित रहे।

#### कार्यक्रम संचालन और आभार प्रदर्शन

कार्यक्रम का संचालन शोधार्थी सुश्री भावना पाठक और आभार प्रदर्शन डॉ. रंजन सिंह ने किया।



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