ग्रेटर नोएडा। भारत की अग्रणी स्कूल स्पोर्ट्स संस्था स्पोर्ट्ज़ विलेज ने PathwayZ36 नामक नई पहल की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूरे भारत के स्कूलों और राष्ट्रीय grassroots खेल कार्यक्रमों से उभरती खेल प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षित और सशक्त बनाना है, ताकि भारत का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एथलीट पूल और अधिक मजबूत हो सके।
इस लॉन्च इवेंट में पद्मश्री, अर्जुन पुरस्कार और खेल रत्न विजेता एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने विशेष रूप से भाग लिया। उन्होंने युवा खेल प्रतिभाओं के समर्थन और सही मार्गदर्शन की जरूरत पर जोर देते हुए कहा,
“PathwayZ36 जैसी पहलें यह सुनिश्चित करेंगी कि उभरते हुए एथलीटों को सही संसाधन, कोचिंग और अवसर मिलें। यह न केवल उन्हें पदक जीतने का सपना देखने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि उसे साकार करने का ठोस मार्ग भी प्रदान करेगा। मैं इस प्रयास के लिए स्पोर्ट्ज़ विलेज की सराहना करती हूं।”
PathwayZ36: भारत के एथलीटों के लिए एक नया मंच
स्पोर्ट्ज़ विलेज के सह-संस्थापक, सीईओ और एमडी सुमिल मजमुदार ने कहा,
“स्पोर्ट्ज़ विलेज पिछले 21 वर्षों से स्कूलों में खेल और शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। PathwayZ36 एक अहम पहल है, जो प्रारंभिक अवस्था से ही प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें पोषित करेगी, जिससे भविष्य के चैंपियनों की नींव रखी जा सके।”
स्पोर्ट्ज़ विलेज फाउंडेशन के प्रमुख परमिंदर गिल ने कहा,
“grassroots स्तर से निकलने वाले एथलीटों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और समर्थन देना बेहद जरूरी है। PathwayZ36 इस दिशा में एक क्रांतिकारी प्रयास है, जो मौजूदा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीटों के पूल को और मजबूत करेगा। हमारे इस मिशन का दीर्घकालिक लक्ष्य 2036 ओलंपिक्स में भारत को खेलों की महाशक्ति बनाना है।”
कॉर्पोरेट सहयोग और एथलीट सपोर्ट सिस्टम
PathwayZ36 को सशक्त बनाने के लिए कैंपस एक्टिववियर इस पहल का पहला रणनीतिक साझेदार बना है। कंपनी की जनरल काउंसल और कंपनी सचिव, अर्चना मैनी ने कहा,
“हमें गर्व है कि हम स्पोर्ट्ज़ विलेज के साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण पहल में योगदान दे रहे हैं। हमारा लक्ष्य grassroots स्तर से एथलीटों को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने में मदद करना है। यह साझेदारी भारत को खेलों की दुनिया में एक नई पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाएगी।”
PathwayZ36 के तहत चयनित एथलीटों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
देशभर के स्कूलों और खेल अकादमियों में प्रतिभाशाली एथलीटों की पहचान की जाएगी।
उन्हें उच्च प्रदर्शन केंद्रों (High-Performance Centers) में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण में कौशल विकास, फिटनेस, पोषण, टूर्नामेंट एक्सपोजर और खेल विज्ञान का समावेश होगा।
अब तक इस पहल के तहत 20 छात्र-एथलीटों का पहला बैच चयनित किया जा चुका है।
स्पोर्ट्ज़ विलेज ने लॉन्च किया PathwayZ36: भारत के 2036 ओलंपिक्स और खेल विकास को मिलेगा नया आयाम
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