प्रदेश के निगम-मंडल परिषद कर्मचारियों ने अपनी मांगों के लिए तेज किया आंदोलन, मुख्यमंत्री के नाम सौंपेंगे ज्ञापन

भोपाल, मध्यप्रदेश: प्रदेश के निगम-मंडल बोर्ड परिषदों के कर्मचारी अपनी लंबित मांगों को लेकर एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। फेडरेशन अध्यक्ष अनिल बाजपेई ने जानकारी दी कि कर्मचारियों की समस्याओं पर लंबे समय से कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। इसको लेकर कई बार मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपे गए, लेकिन समाधान न होने के कारण अब 1 मई को प्रदेश भर में जिलाधीशों के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया है।

प्रमुख मांगें:

दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों और श्रमिक कर्मचारियों को नियमित किया जाए।

आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को उनकी कार्यस्थल पर स्थायी किया जाए।

सभी निगम-मंडलों में अनुकंपा नियुक्ति और पदोन्नति प्रदान की जाए।

सातवें वेतनमान को लागू किया जाए और संविदा प्रथा समाप्त की जाए।

सेवा समाप्त किए गए अधिकारियों और कर्मचारियों को पुनः सेवा में नहीं लिया जाए।

सेवानिवृत्ति की आयु सीमा बढ़ाकर सामान्य कर्मचारियों के लिए 62 वर्ष तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए 64 वर्ष की जाए।

सेवानिवृत्ति के दिन ही पीएफ राशि एवं अन्य बकाया राशियों का भुगतान सुनिश्चित किया जाए।

विभागीय जांच लंबित होने के नाम पर किसी कर्मचारी की राशि न रोकी जाए।

कलेक्टर द्वारा घोषित दैनिक वेतन दरों का तत्काल भुगतान किया जाए।

वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन में कार्यरत कर्मचारियों को निजी कंपनियों को सौंपने का निर्णय वापस लिया जाए और निजीकरण पर रोक लगाई जाए।

निगम मंडलों में रिक्त पदों पर भर्ती कर, संविदा, दैनिक वेतनभोगी और आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित किया जाए।

वाहनों के दुरुपयोग पर सख्ती से रोक लगाई जाए।

महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता निगम-मंडलों के कर्मचारियों को भी दिया जाए।

निगम-मंडलों से जो कर्मचारी वल्लभ भवन में प्रतिनियुक्ति पर हैं, उन्हें वापस बुलाया जाए।

जन अभियान परिषद में कार्यरत 65 कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति पर रोक लगाई जाए।

नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों में कार्यरत सफाई कर्मचारियों का नियमित मेडिकल परीक्षण कराया जाए।


आगामी कार्यक्रम:

1 मई को पूरे प्रदेश में काली पट्टी बांधकर काम करते हुए विरोध दर्ज कराया जाएगा।

जून माह में भोपाल में एक बड़ा आंदोलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रदेश भर के निगम-मंडल कर्मचारी शामिल होंगे।


फेडरेशन की बैठक में उपस्थित प्रमुख कर्मचारी नेता:

अनिल बाजपेई, अरुण वर्मा, श्याम सुंदर शर्मा, साद प्रसाद पटेल, अभिलाष जैन, मनोज दुबे, सुरेश दुबे, सुनील अवस्थी, जुगल अवस्थी, गोलू यादव, धीरेंद्र शर्मा, एन शुक्ला, सत्य विजय चंदन, हातिमुली अंसारी, चिंतामणि रंग डाले, गर्गी प्रसाद मिश्रा, आर.के. वर्मा सहित कई अन्य नेता बैठक में उपस्थित रहे।

Exit mobile version