भोपाल: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में चार हाथियों की मौत का गंभीर मामला सामने आया है, जिससे वन विभाग में हड़कंप मच गया है। इस घटना की जांच के लिए STSF जबलपुर और भोपाल की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। टीम यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर किस कारण हाथियों की मौत हुई और झुंड के बाकी हाथी क्यों अस्वस्थ हो गए।
13 हाथियों के झुंड में 5 की मौत, 4 अस्वस्थ
घटना से जुड़े शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, 13 हाथियों के झुंड में से पांच हाथियों की मौत हो चुकी है। शेष में से चार हाथी गंभीर रूप से अस्वस्थ पाए गए, जबकि चार हाथी पूरी तरह स्वस्थ हैं।
मृत हाथियों के स्थान का विवरण
खितौली कोर रेंज और पतौर कोर रेंज के सलखनिया बीट के RF384 और PF183A क्षेत्रों में कुल चार हाथियों के शव मिले हैं।
वन विभाग की टीम ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है ताकि अन्य हाथियों की स्थिति का भी सही आकलन किया जा सके।
विशेषज्ञों की टीम इलाज और जांच में जुटी
घटना के बाद स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ, जबलपुर की वन्यजीव स्वास्थ्य अधिकारियों और वन्यजीव पशु चिकित्सकों की टीम हाथियों के इलाज में जुट गई है।
इसके साथ ही, भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII), देहरादून के विशेषज्ञों से भी वन विभाग के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं, ताकि इस आपदा का कारण जल्द से जल्द पता चल सके।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत की यह घटना वन्यजीव संरक्षण के लिहाज से गंभीर चिंता का विषय है। वन विभाग और विशेषज्ञों की टीमें इस बात की जांच में जुटी हैं कि मौत का कारण प्राकृतिक है या किसी बीमारी अथवा मानवीय हस्तक्षेप का परिणाम।