राज्यपाल मंगुभाई पटेल की उपस्थिति में ‘‘द यूथ सस्टेनेबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट 2025’’ का सफल आयोजन

भोपाल। युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर मध्यप्रदेश रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा ‘‘द यूथ सस्टेनेबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट 2025’’ का आयोजन पीपुल्स हॉस्पिटल परिसर में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने की।

राज्यपाल ने इस मौके पर भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की यूथ रेडक्रॉस शाखा के सौजन्य से आयोजित समिट को संबोधित किया और युवा उद्यमियों के स्टार्टअप व नवाचारों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने चयनित प्रतिभागियों और निर्णायकों को सम्मानित किया।

राज्यपाल का संदेश

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “युवाओं में असीम ऊर्जा और राष्ट्रनिर्माण की अद्भुत क्षमता होती है। स्वामी विवेकानंद जी का जीवन दर्शन युवाओं के लिए मार्गदर्शक है।” उन्होंने स्वामी जी की जयंती पर उपस्थित युवाओं को शुभकामनाएं दीं और उनके जीवन से प्रेरणादायक प्रसंग साझा किए।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं

समिट में प्रदेश के 130 महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से प्राप्त स्टार्टअप और नए आइडिया प्रस्तुत किए गए। निर्णायक मंडल द्वारा इनमें से 10 सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप का चयन कर प्रेजेंटेशन कराया गया, जिसमें से तीन प्रतिभाशाली प्रतिभागियों को उनके स्टार्टअप के लिए पुरस्कृत किया गया।

इस आयोजन में करीब 300-400 छात्र-छात्राएं और शिक्षक शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान स्टार्टअप और नवाचारों पर चर्चा करते हुए विशेषज्ञों ने युवाओं को मार्गदर्शन दिया।

विशिष्ट अतिथि और प्रतिभागी

कार्यक्रम में रेडक्रॉस के चेयरमैन डॉ. गगन कोल्हे, कोषाध्यक्ष शशांक श्रीवास्तव, जनरल सेक्रेटरी रामेंद्र सिंह, और प्रबंध समिति के सदस्य लक्ष्मेंद्र माहेश्वरी उपस्थित रहे। अन्य विशिष्ट अतिथियों में भारत शरण सिंह, डॉ. अनिल कोठारी (अध्यक्ष, निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग), डॉ. अनुराग जैन (सीईओ, एआईसी), और रोहित पंडित (डायरेक्टर, पीपुल्स ग्रुप) शामिल थे।

द्वितीय सत्र की चर्चा

दूसरे सत्र में स्टार्टअप विशेषज्ञों ने नवाचार और उद्यमिता के विषय पर गहन जानकारी साझा की। वक्ताओं में स्वप्निल पारख्या (सीईओ, पारख्या सॉल्यूशंस), डॉ. रूप सिंह किरार (वरिष्ठ अधिवक्ता), कविता शर्मा (प्रोफेसर, वैष्णव विद्यापीठ), और अन्य प्रमुख उद्यमी शामिल रहे।

Exit mobile version