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एम्स भोपाल में रिकरेंट सैक्रोकोकसीजियल टेराटोमा की सफल सर्जरी

भोपाल: एम्स भोपाल में एक 24 वर्षीय पुरुष की रिकरेंट सैक्रोकोकसीजियल टेराटोमा की जटिल सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। मरीज पिछले एक साल से पीठ के निचले हिस्से में डिस्चार्ज की समस्या से ग्रस्त था और चार महीने पहले अपनी इस समस्या के लिए सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ओपीडी में एम्स भोपाल आया था।

गहन जांच के बाद यह पता चला कि मरीज के सेक्रल रीजन में गांठ हो गई थी। दस साल पहले भी इसी समस्या के लिए उसने एम्स में सर्जरी करवाई थी, लेकिन पिछले चार महीनों में समस्या फिर से उभरी थी। सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. नीलेश श्रीवास्तव ने ट्यूमर को निकालने का निर्णय लिया, जिसमें नसों का संरक्षण चुनौतीपूर्ण था क्योंकि ये नसें मूत्राशय, आंत्र और यौन कार्यों को नियंत्रित करती हैं।

सर्जरी के दौरान एनेस्थीसिया का काम सहायक प्रोफेसर डॉ. हरीश कुमार ने संभाला, जबकि सर्जिकल टीम में डॉ. नीलेश श्रीवास्तव और न्यूरोसर्जरी के डॉ. सुमित राज शामिल थे। ट्यूमर के प्राथमिक रिसेक्शन और नसों के संरक्षण के लिए प्लास्टिक सर्जरी का हिस्सा डॉ. दीपक कृष्ण ने संभाला।

सर्जरी के बाद मरीज की स्थिति अच्छी रही और 13वें दिन उसे छुट्टी देने की योजना बनाई गई। पोस्टऑपरेटिव जटिलताओं की कोई रिपोर्ट नहीं आई, और मरीज की सामान्य दिनचर्या प्रभावित नहीं हुई।

यह मामला विशेष है क्योंकि रिकरेंट ट्यूमर के मामलों में आमतौर पर तंत्रिका चोट लगने की संभावना होती है, जिससे मूत्राशय और आंत्र की आदतों में समस्या उत्पन्न हो सकती है। एम्स भोपाल में इस जटिल सर्जरी का सफलतापूर्वक निष्पादन टीमवर्क और विशेषज्ञता का प्रमाण है। एम्स निदेशक प्रो. डॉ. अजय सिंह ने चिकित्सा टीम को इस सफल सर्जरी के लिए बधाई दी है।

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