**रिपोर्टर: शैलेन्द्र भटेले**
गोहद/भिंड: गोहद नगर में सदियों पुरानी जलविहार की परंपरा आज भी पूरी श्रद्धा और विधि-विधान के साथ निभाई जा रही है। फूलडोल एकादशी के पावन अवसर पर तीन लोक के नाथ ठाकुरजी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जो गोहद के ऐतिहासिक मंदिरों से प्रारंभ हुई। ठाकुरजी को गोहद के कालियाकंथ मंदिर और श्री मदनमोहन मंदिर से भक्तों द्वारा कंधों पर सजीव रूप में ढोले में विराजमान कर यात्रा निकाली गई।
शोभायात्रा लक्ष्मण ताल की परिक्रमा करते हुए विश्रात घाट पहुंची, जहां जलविहार की रस्म पूरी की गई। जलविहार के दौरान श्रद्धालुओं ने ठाकुरजी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और भोग-प्रसादी अर्पित की। इस धार्मिक आयोजन में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, और पूरे विधि-विधान के साथ ठाकुरजी को पुनः उनके मंदिरों में स्थापित किया गया।