मध्य प्रदेश की नदियों की हालत चिंताजनक: शिप्रा, बेतवा और नर्मदा में आचमन योग्य भी नहीं बचा पानी
भोपाल । मध्य प्रदेश की 89 नदियों की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य की कई धार्मिक स्थलों के पास नदियों का पानी आचमन लायक भी नहीं बचा है।
धर्म नगरी में सबसे अधिक प्रदूषण
पीसीबी ने नदियों के विभिन्न रूटों पर 293 स्थानों पर जांच की। रिपोर्ट में पाया गया कि धर्म नगरी के पास स्थित नदियां, जैसे शिप्रा, बेतवा और नर्मदा, प्रदूषण के कारण बुरी हालत में हैं।
कान्ह: सबसे प्रदूषित नदी
रिपोर्ट में कान्ह नदी को राज्य की सबसे प्रदूषित नदी घोषित किया गया है। यह खुलासा पर्यावरणीय चिंताओं को और बढ़ा रहा है।
यह रिपोर्ट न केवल धार्मिक स्थलों पर जल प्रदूषण के बढ़ते स्तर की ओर इशारा करती है, बल्कि राज्य सरकार और संबंधित विभागों के लिए गंभीर चेतावनी भी है। अब समय आ गया है कि नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।