बालाघाट में राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और विपणन संघ का विवाद गहराया

एसोसिएशन के दबाव में हटाए गए प्रबंधक जिला विपणन अधिकारी
भोपाल । बालाघाट में राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और विपणन संघ का विवाद इस कदर गहरा गया है की गुरूवार को संगठन के दबाव में हिरेन्द्र रघुंवशी प्रबंधक जिला विपणन अधिकारी बालाघाट को हटा दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि संगठन के दबाव में कानून-कायदों को ताक में रखकर नागरिक आपूर्ति निगम और विपणन संघ से काम कराया जाता है। अगर कोई अधिकारी नियमानुसार कार्य करने के लिए तत्पर रहता है तो उसपर दबाव बनाकर जनप्रतिनिधियों से शिकायत करवाकर उसका तबादला करवा देना ये आम बात हो गई है। ऐसे में कोई भी अधिकारी नियमानुसार काम नहीं करता है।
गौरतलब है कि बालाघाट जिले में राइस मिल संगठन के अध्यक्ष मोनू भगत द्वारा विपणन संघ के कार्यालय में जाकर विपणन अधिकारी और कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करने और जिला विपणन अधिकारी द्वारा मोनू भगत के द्वारा अभद्र व्यवहार करने की शिकायत कलेक्टर से करने और कलेक्टर द्वारा एफआईआर करने के आदेश के बाद थाना कोतवाली में मोनू भगत के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिए जाने के बाद मामला गरमा गया है।
शिकायत के बाद हटाए गए रघुंवशी
ताजा मामला जिला राईस मिल एसोसिएशन बालाघाट के अध्यक्ष जितेन्द्र मोनू भगत द्वारा 11 जून को प्रबंध संचालक राज्य सहकारी विपणन संघ भोपाल को प्रेषित जिला विपणन अधिकारी हिनेन्द्र रधुवंशी के द्वारा जिले की मिलों को पुन: परेशान करने बावत शिकायत प्रस्तुत की है। जिसमें उन्होंने आरोप लगया है की वे दुर्भावना रूपी मानसिकता से मिलर्स के साथ दुव्यवहार कर रहे हैं। प्रस्तुत की गई शिकायत के आधार पर राज्य सहकारी विपणन संघ के सचिव यतीश त्रिपाठी द्वारा हिरेन्द्र रघुंवशी प्रबंधक जिला विपणन अधिकारी बालाघाट को अन्य आदेश पर्यन्त मंडल कार्यालय जबलपुर में संबद्ध कर दिया गया है। वहीं अर्पित तिवारी मंडल प्रबंधक/जिला विपणन अधिकारी को वर्तमान कार्य के साथ-साथ जिला विपणन अधिकारी बालाघाट का कार्य करने हेतु आदेशित किया जाता है।
जांच के लिए संयुक्त जांच दल गठित
राइस मिल संगठन की शिकायत पर अतिरिक्त खादय नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण विभाग भोपाल के उपसचिव बी.के.चन्देल द्वारा 15 जून को आदेश जारी करते हुए जिला बालाघाट में जिला विपणन अधिकारी के संबध में जिला राईस मिल एसोसिएशन बालाघाट द्वारा की गई शिकायत संज्ञान में आई है। शिकायतों में राइस मिलर्स द्वारा जिला विपणन अधिकारी द्वारा अनियमितताएं किए जाने का उल्लेख किया गया है। शिकायत के बाद संयुक्त जांच दल गठित किया है, जिसमें एल एल अहिरवार क्षेत्रिय प्रबंधक मप्र नागरिक आपूर्ति निगम, योगेश जोशी महाप्रबंधक मिलिंग राज्य सहकारी विपणन संघ तथा रजनीश राय उपमहाप्रबंधक मिंलिग राज्य आपूर्ति निगम को रखा गया है। पत्र में निर्देशित किया गया है की शासन द्वारा मिंलिग के संबंध में जारी नियमों एवं निर्देशों के अंर्तगत जांच कर प्रतिवेदन 1 सप्ताह में विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बालाघाट में कस्टम मिंलिग में बड़ा घपला
यह उल्लेखनीय है की बालाघाट जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान एवं धान से मिंलिग कर कस्टम मिंलिग से चावल प्रदाय किया जाता है। मिलिंग के लिए प्राप्त धान को कालाबाजार में बेचने की शिकायत लम्बे अरसे से सामने आ रही है, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने धान की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए कोई कारगर कार्रवाई नहीं की। निर्धारित मापदंड का चावल देने की बजाय कमिशनबाजी के चक्कर में अमानक स्तर का चावल प्रदाय करना जिले के राइस मिलर्स का धंधा हो गया है। जिले में ऐसी अनेक राइस मिले है जिनका अस्तित्व ही नहीं है। ऐसी राइस मिले जहां एक कनेक्शन पर 3-3 मिले चलाई जा रही हैं। बिना बिजली की खपत के मिंलिग किए बिना चावल प्रदाय किया जा रहा है ऐसे गंभीर मुद्दों पर जिला स्तर से लेकर वरिष्ठ स्तर तक किसी भी अधिकारी ने कोई संज्ञान नहीं लिया। इन्ही विसंगतियों के चलते कोई अधिकारी नियमानुसार कार्य करने के लिए तत्पर रहता है तो उसपर दबाव बनाकर जनप्रतिनिधियों से शिकायत करवाकर उसका तबादला करवा देना ये आम बात हो गई है। ऐसे ही माहौल के चलते सन 2019-20 में राईस मिलों द्वारा मुर्गी दाना और पशुआहार से भी बदत्तर चावल करोड़ों रूपये का प्रदाय कर दिया था। मिलर्स पर आज तक वरिष्ट स्तर से कोई कार्यवाही नही हुई ना ही उन्हें ब्लैकलिस्ट किया गया।

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