भोपाल। राजधानी से 20 किलोमीटर दूर बरखेड़ी डोब में प्रदेश की सबसे हाईटेक गौशाला का निर्माण किया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का भूमि पूजन 23 नवंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया जाएगा। यह गौशाला 25 एकड़ क्षेत्र में फैली होगी और इसमें आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
10 हजार गायों के लिए क्षमता, चिकित्सा वार्ड भी होगा
गौशाला में एक साथ 10 हजार गौवंश रखने की सुविधा होगी। यहां आधुनिक चिकित्सा वार्ड बनाया जाएगा, जहां बीमार और घायल गायों का इलाज किया जा सकेगा। सुरक्षा के लिए गौशाला में सीसीटीवी कैमरे और अन्य अत्याधुनिक संसाधन लगाए जाएंगे।
10 करोड़ रुपये की लागत, कन्वेयर बेल्ट से होगी चारा आपूर्ति
गौशाला के निर्माण में लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें हरा चारा, भूसा और पशु आहार की आपूर्ति के लिए अत्याधुनिक कन्वेयर बेल्ट सिस्टम स्थापित किया जाएगा।
पहले चरण में 2 हजार गायों की क्षमता
गौशाला का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। पहले चरण में 2 हजार गायों के लिए क्षेत्र तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही गोबर और मूत्र से जैविक खाद और अन्य उत्पाद बनाने के लिए एक प्रोसेसिंग यूनिट भी स्थापित की जाएगी। जैविक खाद का उपयोग न केवल गौशाला में किया जाएगा, बल्कि इसे बाजार में भी बेचा जाएगा।
प्रदेश में 9 गौ अभ्यारण्य बनाने की योजना
सरकार की योजना केवल भोपाल तक सीमित नहीं है। प्रदेश के अन्य शहरों में भी इसी तरह की हाईटेक गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, राज्यभर में 9 गौ अभ्यारण्य बनाने की भी योजना है। इन अभ्यारणों में आवारा मवेशियों और दूध न देने वाली गायों को रखा जाएगा।
यह कदम गौ संरक्षण और पशुधन के रखरखाव को लेकर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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