भोपाल: स्वास्थ्य विभाग भोपाल द्वारा 6 नवंबर को हमीदिया चिकित्सालय में फेरिक कार्बॉक्सी माल्टोस और आयरन सुक्रोज इन्फ्यूजन पर चिकित्सकों के लिए उन्मुखीकरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में चिकित्सकों को इन इन्फ्यूशन्स की मात्रा, विधि, आवश्यक सावधानियों और संबंधित प्रोटोकॉल्स की जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. कविता एन सिंह ने किया, जबकि प्रमुख वक्ताओं में संचालक मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य डॉ. अरुणा कुमार, संयुक्त संचालक मातृ स्वास्थ्य डॉ. अर्चना मिश्रा, डॉ. अंजलि कान्हेरे, डॉ. गुरप्रीत नंदमेर और डॉ. शबाना सुल्तान शामिल रहे।
प्रशिक्षण सत्र में विशेष ध्यान गर्भावस्था के दौरान एनीमिया की पहचान, इसके थेरेप्यूटिक प्रबंधन, एनीमिया के प्रकार, इसके कारण, गंभीरता और इंट्रावीनस आयरन थेरेपी पर दिया गया। विशेषज्ञों ने एनीमिया की मध्यम और गंभीर स्थिति में फेरिक कार्बॉक्सी माल्टोस एवं आयरन सुक्रोज के उपयोग की विस्तृत प्रक्रिया समझाई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल, डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि एनीमिया मातृ मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। एएनसी के शीघ्र पंजीकरण, प्रसव पूर्व जांच, उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था क्लिनिक और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत एनीमिया की जांच पर विशेष ध्यान दिया जाता है।