भोपाल: सायबर क्राइम ब्रांच भोपाल ने PhonePe और Paytm के फर्जी कर्मचारी बनकर व्यापारियों से लाखों रुपये ठगने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया। यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पंकज श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में की गई। पुलिस उपायुक्त (अपराध) अखिल पटेल और सहायक पुलिस आयुक्त (सायबर) सुजीत तिवारी के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यह सफलता हासिल की।
कैसे हुआ अपराध?
आवेदक सत्तार खान (उम्र 58 वर्ष) निवासी शांति नगर, भोपाल, ने शिकायत दर्ज कराई कि दो अज्ञात व्यक्ति उनकी पान गुमटी पर आए और Paytm के कर्मचारी होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि वे Paytm साउंड बॉक्स वेरीफाई करने आए हैं और आवेदक का मोबाइल लेकर चले गए। बाद में आवेदक के Paytm से लिंक SBI खाते से 1,16,600 रुपये की धोखाधड़ी की गई।
शिकायत की जांच के बाद थाना सायबर क्राइम में अपराध क्रमांक 145/2024 के तहत धारा 318(4) बीएनएस का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
आरोपियों का तरीका-ए-वारदात
आरोपी छोटे व्यापारियों और गुमठी संचालकों से संपर्क करते थे और PhonePe/Paytm कर्मचारी बनकर उनकी साउंड बॉक्स मशीन में समस्याएं ठीक करने के नाम पर धोखाधड़ी करते थे।
आरोपियों ने व्यापारियों के खातों से पैसे ऑनलाइन कियोस्क के खातों में ट्रांसफर किए और कियोस्क संचालकों से कैश लेकर ठगी को अंजाम दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सायबर क्राइम ब्रांच की टीम ने तकनीकी विश्लेषण और मैदानी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान की और भोपाल से दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से:
एक फर्जी PhonePe आईडी कार्ड
चार मोबाइल फोन
तीन PhonePe साउंड बॉक्स
क्यूआर कोड
एक बाइक ज़ब्त की गई।
गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी
पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया और आगे की पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है, जिससे अन्य पीड़ितों और मामलों का खुलासा किया जा सके।
टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में प्रमोद शर्मा, सउनि चिन्ना राव, प्रआर नरेंद्र सिंह, प्रआर आदित्य साहू, आर. सुनील सिलावट, राघवेंद्र सिंह और सुमित समद की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
निष्कर्ष: भोपाल सायबर क्राइम ब्रांच की त्वरित कार्रवाई से PhonePe/Paytm के फर्जी कर्मचारियों द्वारा व्यापारियों से की गई ठगी का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर अन्य मामलों का पता लगाने में जुटी है।