भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में अब गिर के दो एशियाटिक शेर की गरज सुनाई देगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि पर प्रदेशवासियों और वन विभाग के अधिकारियों को बधाई दी है। गुजरात के सक्करबाग जू, जूनागढ़ से आए इन शेरों ने वन विहार में 16 साल पुराना सपना साकार किया है।
गिर शेरों की दस्तक से बढ़ी वन विहार की शान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,
“वन विहार की ‘जंगल बुक’ में गिर शेरों का आगमन प्रदेश के लिए ऐतिहासिक है। अब निश्चित ही शेरों का कुनबा बढ़ेगा और पर्यटन के साथ रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।”
सक्करबाग जू से पहुंचे प्योर ब्रीड एशियाटिक शेर
वन विभाग के अनुसार, ये दोनों शेर प्योर ब्रीड एशियाटिक लॉयन हैं, जो विशेष रूप से गुजरात के सक्करबाग जू से भोपाल लाए गए हैं। इस कदम से न केवल वन विहार की जैव विविधता में वृद्धि होगी, बल्कि पर्यटकों के लिए भी यह एक बड़ी आकर्षण साबित होगा।
16 साल पुराना सपना साकार
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गिर शेरों को लाने का प्रयास पिछले 16 वर्षों से चल रहा था। अब इन शेरों के आगमन से न केवल वन्यजीव संरक्षण में मदद मिलेगी, बल्कि मध्य प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक चर्चित होगा।
पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
गिर शेरों के आने से पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन विकास दोनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।