चोरी गई चांदी की लक्ष्मी जी की मूर्ति की कीमत करीब ₹60,000।
शौक पूरा करने के लिए महिला ने मंदिर से की चोरी।
भोपाल। मिसरोद पुलिस ने मुखबिर की सूचना और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सागर मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के मंदिर से हुई चांदी की मूर्ति चोरी का खुलासा कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी मनीष राज सिंह और उनकी टीम ने इस मामले को सुलझाया।
घटना का विवरण:
11 जनवरी 2025 को फरियादी राजेश कुमार सिंह, जो सागर मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) हैं, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 9 जनवरी 2025 की शाम 5:40 बजे मंदिर के पंडित विजेंद्र शर्मा ने उन्हें सूचना दी कि श्रीराम मंदिर में रखी चांदी की लक्ष्मी जी की मूर्ति गायब है।
सीसीटीवी फुटेज की जांच में एक महिला को शाम 5:20 बजे मंदिर में प्रवेश करते हुए देखा गया। महिला ने तीन मिनट तक मंदिर के अंदर रुकने के बाद, चेहरे को कपड़े से ढककर और हाथ में दो बॉक्स लेकर बाहर जाते हुए कैमरे में कैद हुई।
जांच और गिरफ्तारी:
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदिग्ध महिला मोनिका चेलानी को चिन्हित किया। पूछताछ में आरोपी ने चोरी करना स्वीकार किया।
चोरी की गई मूर्ति और घटना में इस्तेमाल कार (एमपी 04 सीवी 3911) को जब्त कर लिया गया।
बरामद सामान:
चांदी की लक्ष्मी जी की मूर्ति, जिसकी अनुमानित कीमत ₹60,000।
वारदात का तरीका:
आरोपी महिला ने कार के जरिए सागर अस्पताल के परिसर में स्थित मंदिर पहुंचकर लक्ष्मी जी की मूर्ति को चुपचाप चुरा लिया।
जांच टीम की भूमिका:
थाना प्रभारी मिसरोद निरीक्षक मनीष राज सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक केशांत शर्मा, श्वेता शर्मा, सउनि सुधाकर शर्मा, प्र.आर. माधव सिंह, सौरभ चौधरी, योगेंद्र कुशवाह, आशीष गौर और अन्य स्टाफ ने इस केस को सुलझाने में सराहनीय भूमिका निभाई।
पुलिस के अनुसार, इस तरह के मामलों में सतर्कता और तकनीकी संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल अपराधियों को पकड़ने में मददगार साबित हो रहा है।