भोपाल, 28 जुलाई: विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र के सामने उद्यान परिसर में औषधीय एवं फलदार पौधे लगाए गए। इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल, डॉ. प्रभाकर तिवारी की अगुवाई में किया गया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने 60 से अधिक पौधे लगाए।
पौधारोपण कार्यक्रम
जयप्रकाश जिला चिकित्सालय परिसर स्थित डीईआईसी में आयोजित इस पौधारोपण कार्यक्रम में आंवला, जामुन, आम, अमरूद, नीम सहित विभिन्न किस्मों के पौधे रोपे गए। इस अवसर पर डॉ. तिवारी ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि भारत की संस्कृति प्रकृति पर अवलंबित है। उन्होंने पौधों की देखभाल और पर्यावरण संरक्षण के लिए शपथ दिलवाई।
पर्यावरण संरक्षण का महत्व
डॉ. तिवारी ने बताया कि प्रकृति संरक्षण के लिए पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं, वनस्पति, मिट्टी, पानी, और ऊर्जा संसाधनों की सुरक्षा बेहद जरूरी है। साथ ही, स्वास्थ्य संवर्धन के लिए भी पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है।
कार्यक्रम की सफलता
इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए पौधारोपण किया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया।
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को उजागर किया और लोगों को पेड़ लगाने एवं उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित किया। जिला हस्तक्षेप केंद्र के सामने लगाए गए औषधीय एवं फलदार पौधे भविष्य में पर्यावरण को समृद्ध बनाएंगे और स्वास्थ्य को बढ़ावा देंगे।