एम्स भोपाल में मनाया गया विश्व श्रवण दिवस 2025, श्रवण स्वास्थ्य पर जागरूकता बढ़ाने पर जोर

भोपाल । एम्स भोपाल के ईएनटी विभाग (हेड और नेक सर्जरी) द्वारा विश्व श्रवण दिवस 2025 का आयोजन किया गया। इस वर्ष का विषय था “सोच बदलें: अपने आप को सशक्त बनाएं ताकि कान और श्रवण देखभाल सभी के लिए वास्तविकता बने!” कार्यक्रम का उद्देश्य श्रवण हानि की रोकथाम, शीघ्र पहचान और पुनर्स्थापन की संभावनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाना था।
श्रवण स्वास्थ्य के महत्व पर विशेषज्ञों ने दी जानकारी

कार्यक्रम का उद्घाटन ईएनटी विभागाध्यक्ष प्रो.  अपर्णा चव्हाण द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि तेज़ ध्वनि के संपर्क से बचाव, नियमित श्रवण परीक्षण और श्रवण यंत्रों के उपयोग से सुनने की क्षमता में सुधार किया जा सकता है।

इसके बाद, प्रो. विकास गुप्ता ने कोक्लियर इम्प्लांटेशन पर जागरूकता सत्र लिया। उन्होंने बताया कि यह अत्याधुनिक प्रक्रिया सुनने में असमर्थ बच्चों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।

कोक्लियर इम्प्लांट बच्चों का सांस्कृतिक प्रदर्शन बना कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण

इस आयोजन का सबसे प्रेरणादायक क्षण कोक्लियर इम्प्लांट प्राप्त बच्चों का सांस्कृतिक प्रदर्शन रहा। उनकी प्रस्तुति ने यह साबित किया कि श्रवण पुनर्स्थापन से जीवन में बड़ा बदलाव आ सकता है।

एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (ड अजय सिंह ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा, “शीघ्र पहचान और समय पर हस्तक्षेप से श्रवण बाधित व्यक्तियों का जीवन बेहतर बनाया जा सकता है। एम्स भोपाल विश्वस्तरीय उपचार प्रदान करने और जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है।”

नुक्कड़ नाटक और मरीजों के अनुभवों ने बढ़ाई जागरूकता

कार्यक्रम में श्रवण हानि की पहचान और उपचार के विकल्पों पर केंद्रित एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।

इसके अलावा, एम्स भोपाल के विशेषज्ञ डॉक्टरों – डॉ. अंजन साहू, डॉ. शैला सेदम, डॉ. गणकल्याण बेहरा और डॉ. उत्कल मिश्रा द्वारा की गई श्रवण पुनर्स्थापन सर्जरी से लाभान्वित मरीजों ने अपने अनुभव साझा किए।

कोक्लियर इम्प्लांट प्राप्त बच्चों को मिला सम्मान

कार्यक्रम के अंत में, कोक्लियर इम्प्लांट प्राप्त बच्चों को उपहार वितरित किए गए ताकि उनके दृढ़ संकल्प और प्रयासों को सम्मानित किया जा सके।

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