परिचित बनकर 90 हजार की धोखाधड़ी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, बैंक खाते में 5 लाख का ट्रांजेक्शन
भोपाल। सायबर क्राइम ब्रांच, भोपाल ने परिचित व्यक्ति बनकर 90 हजार रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के एक और आरोपी को नरसिंहपुर से गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशानुसार यह कार्रवाई की गई।
घटना का विवरण
भोपाल निवासी एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अज्ञात व्यक्ति ने परिचित बनकर और इमरजेंसी का बहाना देकर उनसे 89,775 रुपये ऑनलाइन ठग लिए। जांच के दौरान आरोपी के मोबाइल नंबर और बैंक खातों की जानकारी जुटाई गई। मामला अपराध क्र. 113/2024 के तहत धारा 419 और 420 भादवि में पंजीबद्ध किया गया।
तरीका-ए-वारदात
यह एक संगठित अपराध है, जिसमें आरोपी खुद को परिचित बताकर इमरजेंसी की स्थिति का झांसा देकर पीड़ितों से रकम ट्रांसफर कराते हैं। ये साइबर ठग फर्जी बैंक खाते खरीदते हैं, जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर की जाती है। इसके बाद कई बैंक खातों के माध्यम से रकम एटीएम से निकाल ली जाती है।
गिरफ्तार आरोपी का तरीका
गिरफ्तार आरोपी पर्व प्रजापति (निवासी नरसिंहपुर) ने कमीशन के बदले अपना बैंक खाता साइबर ठगों को बेच दिया। इस खाते में ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी।
पुलिस की कार्रवाई
सायबर क्राइम टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर 31 दिसंबर 2024 को पर्व प्रजापति को नरसिंहपुर से गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से एक एंड्रॉयड फोन बरामद हुआ है। इस मामले में पहले एक अन्य आरोपी दीपक शर्मा की भी गिरफ्तारी हो चुकी है।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
पुलिस टीम
निरीक्षक सुनील मेहर, उनि सुनील रघुवंशी, सउनि चिन्ना राव, प्रआर आदित्य साहू, दीपक चौबे, जितेंद्र मेहरा, लालजीत बरेलिया, और मोहित शर्मा की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
निष्कर्ष
यह कार्रवाई सायबर अपराधों पर रोकथाम की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस की टीम तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों को पकड़ने में सफल रही। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अज्ञात कॉल्स और ऑनलाइन लेनदेन से सतर्क रहें।