मैनपुरी, उत्तर प्रदेश: विधानसभा क्षेत्र किशनी के बेबर थाना अंतर्गत मतदान केंद्र तेजगंज में भाजपा और सपा के कार्यकर्ताओं के बीच तनाव उत्पन्न हो गया, जिसके चलते भारी पथराव की घटना सामने आई। इस घटना में भाजपा कार्यकर्ता मनोज चौहान को चोटें आईं। घटनास्थल पर भाजपा प्रत्याशी जयवीर सिंह के पुत्र, सुमित प्रताप सिंह की उपस्थिति ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया।
बूथ संख्या 176 तेजगंज पर हुए इस बवाल में, भाजपा प्रत्याशी ठाकुर जयवीर सिंह के पुत्र सुमित प्रताप सिंह के आगमन के साथ ही अशांति शुरू हो गई। जल्द ही, पथराव शुरू हो गया और इस दौरान भगदड़ मच गई। कई वाहनों को नुकसान पहुंचा। इस पथराव में भाजपा के एजेंट सुदेश कुमार और प्रधान प्रतिनिधि करण बहादुर सिंह भी घायल हो गए।
चुनावी हिंसा के बढ़ते मामले
इस घटना ने चुनावी हिंसा के प्रति चिंता को बढ़ा दिया है, जिसमें राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच तनाव और हिंसा की घटनाएं आम हो गई हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल मतदान प्रक्रिया की शांति को भंग करती हैं, बल्कि लोकतंत्र की भावना को भी कमजोर करती हैं। चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण रखने और मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता है।
सुरक्षा और शांति की ओर कदम
इस घटना के मद्देनजर, चुनावी सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती और सख्त निगरानी की जरूरत है। चुनावी हिंसा को रोकने के लिए सभी राजनीतिक दलों को अपने समर्थकों को शांति और सद्भाव का पाठ पढ़ाना चाहिए।
आगे की राह
मैनपुरी की घटना ने चुनावी हिंसा के खिलाफ एक मजबूत संदेश भेजने की आवश्यकता को उजागर किया है। चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर काम करना होगा। इस तरह की घटनाओं की निंदा करते हुए, हमें चुनावी सुरक्षा और शांति की दिशा में आगे बढ़ना होगा।