Uncategorized

महंगाई भत्ते के लिए सरकार को जगाने ढोल बजाएंगे कर्मचारी: सितंबर के पहले सप्ताह में होगा बड़ा प्रदर्शन

भोपाल: मध्यप्रदेश के कर्मचारियों ने अपनी चार प्रतिशत महंगाई भत्ते की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने का फैसला किया है। कर्मचारी मंच के नेतृत्व में राज्य के कर्मचारी सितंबर के पहले सप्ताह में मंत्रालय के सामने ढोल बजाकर सरकार को जागृत करने का प्रदर्शन करेंगे। यह निर्णय आज प्रांतीय समिति की बैठक में लिया गया, जिसमें सैकड़ों कर्मचारी शामिल हुए।

बैठक में प्रमुख रूप से अशोक पांडे, सुनील पाठक, सत्येंद्र पांडे, चांद सिंह, अमर अहिरे, मदन लाल मेहरा, शिव प्रसाद सागुले, रामबाबू सोनी, राजेंद्र शर्मा, भगवान दास बिल्लोरे, श्याम लाल विश्वकर्मा, भूपेंद्र पांडे, दिनेश सेन, बद्री गौर, के.के. कहार, दिनेश मालवीय, कैलाश वर्मा, और रामगोपाल सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।

मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि राज्य के कर्मचारी लंबे समय से केंद्र के समान चार प्रतिशत महंगाई भत्ता की मांग कर रहे हैं। हालांकि, राज्य सरकार इस मांग को संज्ञान में नहीं ले रही है, जिससे कर्मचारियों को प्रतिमाह 1,000 से 2,000 रुपये का नुकसान हो रहा है। द्वितीय श्रेणी और वरिष्ठ कर्मचारियों को तो 5,000 से 10,000 रुपये से भी अधिक का नुकसान हो रहा है।

अशोक पांडे ने बताया कि यदि राज्य सरकार 1 जनवरी 2024 से चार प्रतिशत महंगाई भत्ता देती है, तो सातवें वेतनमान के अनुसार 50% महंगाई भत्ता मूल वेतन में शामिल हो जाएगा, जिससे कर्मचारियों को बड़ा फायदा होगा। जबकि केंद्र सरकार के कर्मचारी आठ महीने पहले ही इस भत्ते का लाभ उठा चुके हैं, मध्यप्रदेश के 7.5 लाख कर्मचारी अभी भी इसके लिए संघर्ष कर रहे हैं।

अब राज्य के कर्मचारी जाग चुके हैं और सितंबर के पहले सप्ताह में ‘ढोल बजाओ आंदोलन’ के तहत मंत्रालय, विंध्याचल भवन, सतपुड़ा भवन, और अन्य मुख्यालयों में ढोल बजाकर सरकार से अपने हक की मांग करेंगे। इस आंदोलन में द्वितीय श्रेणी अधिकारी, तृतीय श्रेणी कर्मचारी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, और स्थायी कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल होंगे। साथ ही, अन्य कर्मचारी संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा।

Related Articles