सड़क पर उतरे सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी: शिक्षा की बजाय आंदोलन ही बना जरिया

लखनऊ: वर्तमान स्थिति में सामान्य वर्ग के बच्चों को अपनी आवाज़ उठाने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि हर बहाली के लिए आंदोलन करना अनिवार्य हो गया है, चाहे सरकार किसी की भी हो। सामान्य वर्ग के बच्चों को अपने हक के लिए सड़कों पर संघर्ष करना पड़ रहा है।

69000 शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों ने सड़क पर प्रदर्शन किया, लेकिन मुख्यधारा की मीडिया इसे दिखाने से कतरा रही है। सरकार से उम्मीदें अब धुंधली होती जा रही हैं, और अभ्यर्थियों को खुद अपने हक की लड़ाई लड़नी पड़ रही है।

सवर्ण वर्ग की मांग है कि उन्हें ईडब्ल्यूएस के तहत 10% आरक्षण का पूरा हिस्सा मिलना चाहिए। इसके लिए सड़कों पर उतरकर संघर्ष करना पड़ रहा है। अभ्यर्थी पिछले चार साल से मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उनकी मेहनत का परिणाम अब तक नहीं मिला है।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के इस संघर्ष में उनका साथ देने का वादा किया है। उनका कहना है कि किसी भी प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
देखें वीडियो लिंक। https://x.com/ews_army/status/1826503872103547060?t=9n5UXCL_rbJDWdRLErzGRg&s=08

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