ऑनलाइन ठगों ने महिला को बनाया था शिकार, सतर्कता से बचा बड़ा वित्तीय नुकसान
भोपाल: थाना कोलार रोड पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर डिजिटल अरेस्ट के जाल में फंसी महिला को साइबर ठगों से बचाया। मामला अवंतिका अपार्टमेंट, कोलार रोड का है, जहां प्रिया सक्सेना नामक महिला को ठगों ने दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर धोखा देने की कोशिश की।
कैसे हुआ डिजिटल अरेस्ट?
ठगों ने आधार कार्ड से फर्जी सिम लिंक होने का डर दिखाया
एचडीएफसी बैंक में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में बैंक अकाउंट सीज करने की धमकी दी
महिला को नया खाता खोलने और उसमें पैसे ट्रांसफर करने को कहा गया
सतर्कता दिखाते हुए महिला ने वीडियो कॉल बंद कर पिता व पुलिस को दी सूचना
🚔 पुलिस की तत्परता से बचा वित्तीय नुकसान
थाना कोलार पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर तुरंत टीम रवाना की। मौके पर पहुंचकर महिला को समझाया गया कि डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई चीज नहीं होती और यह साइबर ठगी का नया तरीका है।
जालसाजों के फोन नंबर स्विच ऑफ, जांच जारी
जिन मोबाइल नंबरों से कॉल किए गए थे, वे स्विच ऑफ आ रहे हैं। पुलिस और साइबर सेल द्वारा इन नंबरों की जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
थाना प्रभारी निरीक्षक: संजय सोनी
प्रआर: मो. अहमद खान, संदीप कुमार अडलक
आरक्षक: दीपक, मआर अनिता रावत
थाना कोलार पुलिस की तत्परता से महिला साइबर ठगी का शिकार होने से बच गई। नागरिकों से अपील की गई है कि ऐसी फर्जी कॉल्स से सतर्क रहें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।
भोपाल: डिजिटल अरेस्ट के झांसे से बची महिला, कोलार पुलिस ने साइबर ठगी से बचाया
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