*तेल अवीव।* इजरायल के हमले में हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, नसरल्लाह की मौत के बाद खामेनेई को कड़ी सुरक्षा के बीच ईरान के अंदर एक सुरक्षित बंकर में छिपाया गया है। जानकारी के अनुसार, खामेनेई को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं अगला निशाना वह खुद न बन जाएं।
### **ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने दिए सुरक्षा सख्त करने के आदेश**
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स, जो इस्लामिक गणराज्य की रक्षा और सुरक्षा के प्रमुख अंग हैं, ने भी हिजबुल्लाह से जुड़े हर तरह के संचार उपकरणों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर इजरायली हमले के दौरान हजारों पेजर और वॉकी-टॉकी में विस्फोट हुआ, जिससे समूह की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के अधिकारियों ने अपने सदस्यों को किसी भी संचार उपकरण का उपयोग न करने का आदेश दिया है।
### **ईरान-हिजबुल्लाह के बीच रणनीतिक चर्चा**
खामेनेई के करीबी सूत्रों ने बताया कि नसरल्लाह की हत्या के बाद, ईरान हिजबुल्लाह और अन्य क्षेत्रीय प्रॉक्सी समूहों के साथ रणनीतिक चर्चा में लगा हुआ है। माना जा रहा है कि ईरान अगली प्रतिक्रिया की योजना बना रहा है, ताकि क्षेत्रीय प्रभाव को बनाए रखा जा सके और अपने दुश्मनों को करारा जवाब दिया जा सके।
### **नसरल्लाह की मौत: ईरान के लिए बड़ा झटका**
हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या को ईरान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह को अरब जगत में ईरान के सबसे मजबूत सहयोगी के रूप में स्थापित किया था और उसकी रणनीति ईरान के क्षेत्रीय प्रभाव को बढ़ाने में मददगार साबित हुई थी। नसरल्लाह की मौत ने ईरान की स्थिति को कमजोर किया है और इसके प्रभावशाली प्रॉक्सी नेटवर्क को नुकसान पहुंचाया है।
### **बेरूत पर इजरायली हमलों में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर की भी मौत**
ईरानी मीडिया के अनुसार, नसरल्लाह की मौत के साथ ही इजरायल के हालिया बेरूत हमलों में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर अब्बास निलफोरुशन भी मारे गए हैं। इससे पहले भी, गाजा युद्ध और अन्य संघर्षों के दौरान, रिवोल्यूशनरी गार्ड के कई उच्च रैंकिंग कमांडर मारे जा चुके हैं। यह घटना ईरान की सैन्य शक्ति को और कमजोर कर सकती है, जिससे क्षेत्र में ईरान का प्रभाव घट सकता है।
### **खामेनेई की चेतावनी: ‘शहीदों के खून का बदला लिया जाएगा’**
नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने एक सख्त बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, “इस क्षेत्र का भाग्य प्रतिरोध की ताकतों द्वारा तय किया जाएगा, और हिजबुल्लाह इसमें सबसे आगे रहेगा।” उन्होंने आगे कहा, “नसरल्लाह जैसे शहीदों के खून का बदला लिया जाएगा। इजरायल ने एक बड़ी गलती की है, जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा।”
### **क्षेत्रीय तनाव में बढ़ोतरी की आशंका**
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव के बीच खामेनेई की यह प्रतिक्रिया मध्य पूर्व में नई अस्थिरता को जन्म दे सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में ईरान और उसके सहयोगी समूह इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की योजना बना सकते हैं, जिससे क्षेत्रीय शांति को गंभीर खतरा हो सकता है।
### **नसरल्लाह की मौत पर इजरायल का बयान – ‘न तो पुष्टि, न ही इनकार’**
हिजबुल्लाह के प्रमुख की हत्या पर इजरायल की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, इजरायल ने न तो इन हमलों में शामिल होने की पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है। लेकिन खामेनेई के बंकर में छिपने की खबरें यह संकेत देती हैं कि ईरानी नेतृत्व में भय का माहौल है।
### **ईरानी प्रतिक्रिया पर दुनिया की नजरें**
नसरल्लाह की हत्या के बाद, ईरान की अगली प्रतिक्रिया पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं। अगर ईरान अपने दुश्मनों के खिलाफ कोई कड़ा कदम उठाता है, तो इससे न केवल इजरायल-ईरान संबंधों में तनाव बढ़ेगा, बल्कि पूरे मध्य पूर्व में युद्ध की स्थिति पैदा हो सकती है।
**ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच, यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में क्षेत्रीय स्थिरता किस ओर रुख करती है।**