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मंदी की चपेट में अमेरिका: बड़ी संख्या में दिवालिया हो रही कंपनियां, तेजी से बंद हो रहे रिटेल स्टोर्स

*न्यूयॉर्क**। अमेरिका इस समय गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, जहां मंदी का असर कंपनियों और रिटेल सेक्टर पर साफ नजर आ रहा है। कमजोर आर्थिक ग्रोथ रेट और बढ़ती परिचालन लागत के कारण, साल 2024 के पहले आठ महीनों में ही **452 कंपनियां दिवालिया** हो चुकी हैं। यह संख्या 2020 में कोरोना महामारी के दौर में दिवालिया हुईं 466 कंपनियों के करीब है।

आर्थिक मंदी के कारण न केवल बड़ी कंपनियां झकझोर गई हैं, बल्कि रिटेल सेक्टर भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में अब तक **4,548 रिटेल स्टोर्स बंद** हो चुके हैं, जो पिछले कुछ वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट है। वहीं, नए स्टोर्स की संख्या केवल 4,426 रही है, जो बंद हुए स्टोर्स के मुकाबले काफी कम है। यह पहला मौका है जब 2020 के बाद, बंद होने वाले स्टोर्स की संख्या नए खोले गए स्टोर्स से अधिक हो गई है।

### रिटेल सेक्टर पर मंदी का असर: महंगाई और बेरोजगारी बनी बड़ी वजह
अमेरिका में रिटेल सेक्टर की गिरावट का मुख्य कारण **महंगाई, बेरोजगारी** और मकान एवं फर्नीचर जैसे उत्पादों की बिक्री में आई भारी गिरावट है। इसके अलावा, दैनिक जीवन के सामान बेचने वाली प्रमुख रिटेल कंपनियों पर भी इसका असर देखा गया है, जिससे बड़ी संख्या में स्टोर्स बंद हो रहे हैं।

### प्रमुख रिटेल कंपनियों ने उठाया स्टोर्स बंद करने का कदम
अमेरिका की कई बड़ी रिटेल कंपनियों ने अपने स्टोर्स बंद करने का फैसला लिया है। प्रमुख रिटेल कंपनियों के बंद हुए स्टोर्स की सूची इस प्रकार है:

– **डॉलर ट्री**: 1,000 स्टोर्स बंद
– **फैमिली डॉलर**: 600 स्टोर्स बंद
– **सीवीएस**: 900 स्टोर्स बंद
– **फुटलॉकर**: 400 स्टोर्स बंद
– **बेस्ट बाइ**: 100 स्टोर्स बंद
– **वालग्रीन्स**: 150 स्टोर्स बंद
– **एक्सप्रेस**: 95 स्टोर्स बंद
– **वालमार्ट**: 7 स्टोर्स बंद

स्टोर्स के बंद होने का सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ा है, जिन्हें पहले से ही महंगाई और बेरोजगारी से जूझना पड़ रहा है। स्टोर्स की बंदी के कारण कई उत्पादों की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे आम अमेरिकी परिवारों की परेशानियां और बढ़ गई हैं।

### वर्षवार स्टोर्स की संख्या: नए स्टोर्स की तुलना में बढ़े बंद होने वाले स्टोर्स

| **वर्ष** | **नए खुले स्टोर्स** | **बंद हुए स्टोर्स** |
|:——–:|:——————-:|:——————-:|
| 2020     | 3,704               | 9,698               |
| 2021     | 5,048               | 5,228               |
| 2022     | 5,394               | 3,819               |
| 2023     | 5,843               | 548                 |
| 2024*    | 4,426               | 4,548               |

(*2024 के आंकड़े जनवरी से अगस्त तक के हैं)

### कंपनियां क्यों हो रही हैं दिवालिया?
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में **452 कंपनियों** ने दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन दिया है, जो 2020 के बाद का दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसका मुख्य कारण परिचालन लागत में भारी वृद्धि और घटते मुनाफे के कारण कंपनियों का अपनी वित्तीय स्थिति को संभालने में विफल होना है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मौजूदा आर्थिक हालात नहीं सुधरे, तो आने वाले महीनों में और भी बड़ी संख्या में कंपनियां दिवालिया हो सकती हैं और रिटेल सेक्टर में स्टोर्स की बंदी का सिलसिला जारी रह सकता है।

### अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लेकर बढ़ती चिंताएं
मंदी के इस दौर में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की चुनौती बढ़ गई है। बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, और कंपनियों के दिवालिया होने से अमेरिका के आर्थिक भविष्य को लेकर चिंताएं गहराती जा रही हैं। अगर जल्द ही प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो इससे देश की अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालिक असर पड़ सकता है।

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