कमला हैरिस की जीत पर बराक ओबामा को नहीं है यकीन, समर्थन महत्वपूर्ण

**वाशिंगटन:** अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी बढ़ रही है और सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस अपने प्रतिद्वंदी डोनाल्ड ट्रंप को हराने के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं। वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन ने चुनाव से पीछे हटते हुए कमला हैरिस को समर्थन दिया है और उनकी तारीफ करते हुए जनता से उन्हें वोट देने की अपील की है।

**मुख्य बिंदु:**
– **बाइडन का समर्थन:** जो बाइडन के इस ऐलान के बाद ज्यादातर डेमोक्रेट नेता कमला हैरिस के समर्थन में आ गए हैं। बाइडन के समर्थन से हैरिस को चुनावी अभियान में मजबूती मिली है।
– **ओबामा का मौन:** हालांकि, सबसे हैरानी की बात यह है कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अब तक कमला हैरिस के समर्थन में कोई बयान नहीं दिया है। बाइडन परिवार के करीबी सूत्रों के अनुसार, ओबामा को यकीन नहीं है कि कमला हैरिस डोनाल्ड ट्रंप को हरा पाएंगी, इसलिए उन्होंने समर्थन देने से परहेज किया है।
– **ओबामा का प्रभाव:** डेमोक्रेट समर्थकों के बीच ओबामा की आज भी बड़ी अपील है और उनका समर्थन हैरिस की जीत-हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

**ओबामा की चिंताएं:**
– **कमला हैरिस की योग्यता पर सवाल:** मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओबामा को चिंता है कि कमला हैरिस आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार नहीं हैं और वह अयोग्य साबित हो सकती हैं।
– **टीवी डिबेट का महत्व:** अमेरिकी इतिहास में यह पहला मौका है जब राष्ट्रपति चुनाव से इतने पहले टीवी डिबेट आयोजित किया गया। बाइडन समर्थन का दावा है कि मौजूदा राष्ट्रपति को रेस से बाहर करने के लिए यह रणनीति अपनाई गई थी। बाइडन परिवार के करीबी सूत्र ने शक जताया कि ट्रंप के खिलाफ टीवी डिबेट में हैरिस भी नहीं टिक पाएंगी और इजरायल, फिलिस्तीन और यूक्रेन जैसे मुद्दों पर गलत बयान दे सकती हैं।

इस चुनावी माहौल में कमला हैरिस की स्थिति और बराक ओबामा का समर्थन महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी दिनों में ओबामा का समर्थन हैरिस को मिलता है या नहीं और इसका चुनाव पर क्या असर पड़ता है।

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