कीव। चेचन्या के लीडर और वॉरलॉर्ड रमजान कादिरोव ने हाल ही में एक चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि उन्होंने दो साइबरट्रक को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में तैनात किया है। ये ट्रक एलन मस्क की कंपनी टेस्ला द्वारा निर्मित हैं, जो अब तक आम लोगों तक ठीक से पहुंचे भी नहीं थे, लेकिन युद्ध के मैदान में उतर चुके हैं।
कादिरोव ने पहले कहा था कि मस्क ने उन्हें ये साइबरट्रक गिफ्ट किए हैं, लेकिन एलन मस्क ने इस दावे को खारिज कर दिया। मस्क ने साफ किया कि उन्होंने ऐसा कोई उपहार नहीं दिया। इसके बाद कादिरोव ने दावा किया कि मस्क ने उनके साइबरट्रक को रिमोटली डिस्कनेक्ट कर दिया है, पर इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका कहना है कि ट्रक बिना रिमोट के भी पूरी तरह से काम करते हैं। कादिरोव ने बताया कि उन्होंने दो साइबरट्रक को मशीन गन से लैस करके यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में भेजा है।
क्या है साइबरट्रक की खासियत?
साइबरट्रक, टेस्ला का बैटरी-इलेक्ट्रिक पिक-अप ट्रक है। यह एक बार चार्ज करने पर 400 से 545 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है, और अगर इसमें रेंज एक्सटेंडर जोड़ दिया जाए, तो इसकी रेंज 710 से 755 किलोमीटर तक बढ़ सकती है। इसमें 123 किलोवॉट प्रति घंटा लिथियम आयन बैटरियां लगी हैं और इसका व्हीलबेस 143.11 इंच है। यह ट्रक अधिकतम 180 से 210 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकता है और कठिन परिस्थितियों में भी इसकी गति प्रभावित नहीं होती।
एम2 ब्राउनिंग मशीन गन की ताकत
कादिरोव ने जिन ट्रकों को तैनात किया है, वे एम2 ब्राउनिंग मशीन गन से लैस हैं, जो 1993 से कई देशों द्वारा उपयोग में लाई जा रही है। भारत में भी इसका एम2एचबी वैरिएंट उपयोग होता है। इसका वजन 38 किलोग्राम होता है और यह 450 से 600 राउंड प्रति मिनट फायर करती है। गोली 890 मीटर प्रति सेकेंड की गति से निकलती है, जिससे यह दुश्मन पर घातक हमला करती है। इसकी प्रभावी रेंज भी काफी खतरनाक है।
टेस्ला के साइबरट्रक और एम2 ब्राउनिंग मशीन गन के साथ, कादिरोव की ये युद्ध रणनीति दुनियाभर में चर्चा का विषय बनी हुई है।