विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ब्रिस्बेन में भारतीय महावाणिज्य दूतावास का उद्घाटन, भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को मिलेगी नई मजबूती
ब्रिस्बेन: भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर में भारत के नए महावाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्वींसलैंड के गवर्नर डॉ. जीनेट यंग, मंत्री रोस बेट्स और फियोना सिम्पसन सहित कई प्रतिष्ठित अधिकारी भी उपस्थित थे। जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा कि यह दूतावास क्वींसलैंड राज्य के साथ भारत के आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करेगा, व्यापार, शैक्षिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करेगा और प्रवासी भारतीय समुदाय की सेवा में सहायक सिद्ध होगा।
क्वींसलैंड के साथ आर्थिक और व्यापारिक सहयोग पर चर्चा
जयशंकर ने क्वींसलैंड के गवर्नर के साथ बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक, व्यापार और निवेश सहयोग बढ़ाने के विभिन्न तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत और क्वींसलैंड के बीच व्यापारिक संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने की जरूरत है, ताकि दोनों देशों को पारस्परिक लाभ मिल सके।
प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ संवाद
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए जयशंकर ने भारत-ऑस्ट्रेलिया के मजबूत रिश्तों पर चर्चा की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों, ऑस्ट्रेलिया की भूमिका, वैश्विक परिदृश्य और प्रवासी समुदाय की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि क्वींसलैंड में लगभग 1,25,000 भारतीय निवास करते हैं, जिसमें 15,000 से 16,000 भारतीय छात्र भी शामिल हैं। उन्होंने इन छात्रों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि नया दूतावास उनकी जरूरतों को पूरा करने और सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
क्वींसलैंड से भारत को निर्यात की बड़ी हिस्सेदारी
जयशंकर ने इस अवसर पर क्वींसलैंड राज्य से भारत के निर्यात संबंधों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्वींसलैंड से भारत का 75 प्रतिशत निर्यात होता है, जो कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापारिक रिश्तों में क्वींसलैंड की अहमियत को दर्शाता है।
सिंगापुर की आगामी यात्रा
जयशंकर अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्रा के बाद 8 नवंबर को सिंगापुर जाएंगे, जहां वे आसियान-भारत थिंक टैंक नेटवर्क के 8वें गोलमेज सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में वे भारत और आसियान के बीच व्यापार और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा करेंगे।
भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को नई दिशा
ब्रिस्बेन में महावाणिज्य दूतावास का उद्घाटन भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दोनों देशों के बीच सहयोग और आपसी समझ को और सुदृढ़ करेगा।