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महिला ने कुल 8 करोड़ से ज्यादा रुपए कर दिए खर्च
सैन फ्रांसिस्को । ब्राजील की रहने वाली 31 साल की जेनिफर पैम्प्लोना के ऊपर अमेरिकी मॉडल किम कार्दशियन की तरह दिखने का जुनून सवार है। ऐसे में किम की तरह दिखने के लिए जेनिफर ने कई बार सर्जरी करवाई। पानी की तरह पैसे बहाए। कुल 8 करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च करने के बाद वो सुंदर दिखने लगीं, लेकिन सर्जरी करवाना बंद नहीं किया। हाल ही में किम कार्दशियन की हमशक्ल ने खुलासा किया है कि फिलर इंजेक्शन की लत के कारण मां बनने का उनका सपना टूट गया है। जेनिफर ने स्वीकार किया है कि उन्हें ‘सर्जरी की लत’ है, लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनके गर्भधारण की संभावना बहुत कम है तो वे बहुत दुखी हुईं। बता दें कि जेनिफर पैम्प्लोना पेशेवर मॉडल और सफल महिला हैं, जो अपनी लाइफस्टाइल की वजह से भी अक्सर चर्चा में रहती हैं। जेनिफर ने पहले कबूल किया था कि वो अपनी आदर्श, किम कार्दशियन की तरह दिखने के लिए 1 मिलियन डॉलर यानी 8 करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च किए। लेकिन जेनिफर को तब करारा झटका लगा, जब उसे बताया गया है कि लगातार कई सर्जरी के कारण उनके मां बनने की संभावना बहुत कम है।
जेनिफर ने कहा, ‘मैंने हमेशा मां बनने का सपना देखा है। जब से मैं छोटी बच्ची थी, तब से मैं उस दिन के बारे में कल्पना करती रही हूं, जब मेरे अपने बच्चे होंगे और मैं एक परिवार शुरू करूंगी। लेकिन सर्जरी के कारण हुई जटिलताओं की वजह से मेरा यह सपना पूरा नहीं हो पा रहा है। मैं अपने सपने को उस चीज के कारण टूटता हुआ देख रही हूं, जिसके बारे में मैंने सोचा था कि वह मेरे रूप को निखार देगी। मेरा यह दर्द असहनीय है।’ साउ पाउलो की रहने वाली जेनिफर ने कभी कहा था, ‘मेरा एक ही लक्ष्य है किम कार्दशियन की तरह बॉडी पाना। इसके लिए जितनी बार सर्जरी करवानी पड़ेगी मैं तैयार हूं।’ लेकिन यही सर्जरी जेनिफर की प्रेग्नेंसी का सबसे बड़ा रोड़ा बन गया। इसमें सबसे महत्वपूर्ण पॉलीमेथिल-मेथैक्रिलेट रहा।
पीएमएमए एक ऐसा पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर डर्मल फिलर्स में किया जाता है, जिससे त्वचा की बनावट बेहतर होती है। ज्यादातर मॉडल बुटॉक इनहैसमेंट के लिए इसी पदार्थ का इस्तेमाल करती हैं। हालांकि, सर्जरी की इस प्रक्रिया में सूजन, त्वचा का रंग खराब होने और यहां तक कि मौत का भी जोखिम बना रहता है। हालांकि, जेनिफर ने कहा कि डॉक्टरों के मुताबिक उनका बांझपन सीधे तौर पर पीएमएमए के इस्तेमाल से जुड़ा नहीं है, लेकिन इसके कारण जटिलताएं पैदा हुईं। इससे प्रजनन अंगों की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। प्लास्टिक सर्जन डॉ. कार्लोस रियोस ने जेनिफर के मामले में बताया कि अगर कोई एक दशक से ज्यादा समय से इस तरह की सर्जरी करवाता है तो उसके बट और पैरों में ज्यादा दर्द होने लगता है। इसके कई साइड इफेक्ट्स भी होते हैं, जिसमें प्रेग्नेंट न हो पाना भी शामिल है। डॉ. कार्लोस ने दावा किया कि जेनिफर ने बायोप्लास्टी नामक प्रक्रिया के तहत अपने नितंबों में पीएमएमए इंजेक्ट किया था, जो लाइफ और डेथ से जुड़ा तरीका है। लेकिन अब वो इस खतरे से बाहर है।
बता दें कि साओ पाउलो की रहने वाली इस मॉडल ने अपने संघर्ष पर “एडिक्शन” नाम की एक फिल्म भी बनाई है। जेनिफर ने महज 17 साल की उम्र में पहली बार प्लास्टिक सर्जरी करवाई थी और तब से लेकर अब तक अपने शरीर और चेहरे पर 30 से ज़्यादा सर्जरी करवा चुकी हैं। हालांकि, 2022 में उन्हें बॉडी डिस्मॉर्फिया का पता चला, जिसके बाद उन्होंने सर्जरी बंद करने का फैसला किया। मालूम हो कि