व्हाइट हाउस में 35 भारतीय छात्रों का भव्य स्वागत, शैक्षिक नेतृत्व में भारत की सफलता की झलक

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के विशेष आमंत्रण पर व्हाइट हाउस में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान 35 भारतीय छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। ये सभी छात्र डेक्सटेरिटी ग्लोबल के राष्ट्रीय स्कॉलर डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित हुए हैं और वर्तमान में दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति प्राप्त कर रहे हैं।

डेक्सटेरिटी ग्लोबल की स्थापना 2008 में शरद विवेक सागर द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य कम और मध्यम आय वर्ग के युवाओं को प्रशिक्षित कर नेतृत्व की नई पीढ़ी तैयार करना है। सागर, जो बिहार के छोटे कस्बों से ताल्लुक रखते हैं, ने 16 वर्ष की आयु में इस संगठन की नींव रखी थी। संगठन के प्रयासों से आज तक छात्रों को ₹275 करोड़ से अधिक की छात्रवृत्तियां प्राप्त हुई हैं, और इन विद्यार्थियों ने संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

व्हाइट हाउस में छात्रों का ऐतिहासिक अनुभव

कार्यक्रम के दौरान, छात्रों ने व्हाइट हाउस के मुख्य अधिकारी जेफ ज़ाइंट्स सहित वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। इसके अलावा, उन्हें अमेरिकी ट्रेजरी विभाग में वैश्विक आर्थिक मुद्दों पर गहन चर्चा का अवसर मिला। व्हाइट हाउस के प्रतिष्ठित हॉल और उद्यानों का विशेष दौरा भी इस यात्रा का हिस्सा था। ज़ाइंट्स ने छात्रों को “सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ” कहकर सम्मानित किया और अपने नेतृत्व के अनुभव साझा किए।

डेक्सटेरिटी की उपलब्धियां और भविष्य की दिशा

डेक्सटेरिटी ग्लोबल के प्रशिक्षित छात्र 1,000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में विजेता रह चुके हैं और सामाजिक परियोजनाओं में उल्लेखनीय योगदान दिया है। नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी ने इस संगठन को एक “असाधारण संस्थान” बताया, जबकि फोर्ब्स ने 2016 में सागर को 30 सबसे प्रभावशाली युवा व्यक्तियों की सूची में शामिल किया था।

OMRP प्रोग्राम और वैश्विक सफलता

हर साल डेक्सटेरिटी के छात्र ओवरसीज़ मीटअप और रिट्रेनिंग प्रोग्राम (OMRP) के लिए एकत्र होते हैं। इस साल यह कार्यक्रम वाशिंगटन, डी.सी. में आयोजित हुआ, जहां विद्यार्थियों का स्वागत व्हाइट हाउस में हुआ। इससे पहले, इस कार्यक्रम का आयोजन बॉस्टन, शिकागो, लंदन और केम्ब्रिज में हुआ था, जहां छात्रों को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों से मार्गदर्शन मिला।

सागर की ऐतिहासिक उपलब्धियां

शरद सागर को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने 2024 में यंग ग्लोबल लीडर का खिताब दिया, जिससे वे यह सम्मान पाने वाले बिहार के पहले व्यक्ति बने। 2016 में, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सागर को व्हाइट हाउस में एक विशेष सभा में आमंत्रित किया था, और वे कौन बनेगा करोड़पति के सबसे युवा विशेषज्ञों में से एक रहे हैं।

शरद सागर का संदेश

इस ऐतिहासिक अवसर पर सागर ने कहा, “16 साल पहले मैंने ऐसे स्कॉलर्स तैयार करने का सपना देखा था, जो अपनी शिक्षा को भारत की प्रगति से जोड़ सकें। हमारे छात्रों का व्हाइट हाउस में स्वागत होना केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि यह भारत और दुनिया के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”

डेक्सटेरिटी के ये छात्र विभिन्न भाषाओं में दक्ष हैं और वैश्विक मंचों पर भारत का गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस कार्यक्रम ने न केवल डेक्सटेरिटी ग्लोबल की सफलता को रेखांकित किया, बल्कि भारत की युवा शक्ति के नेतृत्व की क्षमता को भी विश्व पटल पर प्रदर्शित किया।

Exit mobile version