हिजबुल्लाह की चेतावनी: इज़रायल के उत्तरी इलाकों की बस्तियां तुरंत खाली करने का आदेश

बेरुत। लेबनान-इज़रायल सीमा पर तनाव के बीच हिजबुल्लाह ने इज़रायल के उत्तरी क्षेत्र में बसे नागरिकों को बस्तियां खाली करने की चेतावनी दी है। संगठन ने एक वीडियो संदेश जारी कर 25 बस्तियों को तुरंत खाली करने का निर्देश दिया है, जो सीमा से 3 से 22 किलोमीटर के दायरे में आती हैं और जहां लगभग 2 लाख इज़रायली नागरिक निवास करते हैं। यह पहली बार है जब हिजबुल्लाह ने इस प्रकार का सार्वजनिक अल्टीमेटम देकर इज़रायली नागरिकों को सीधे निशाना बनाया है। इस घटनाक्रम को दोनों पक्षों के बीच टकराव के एक नए स्तर के रूप में देखा जा रहा है।

हमलों में आई तेजी, सीमा पर बढ़ा तनाव

पिछले कुछ दिनों में उत्तरी इज़रायल में हमलों में तेजी देखी गई है। हिजबुल्लाह ने 24 घंटे के भीतर 48 हमलों का दावा किया है, जिसे इज़रायल के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई माना जा रहा है। इन हमलों में 100 से 200 रॉकेट और ड्रोन इज़रायल की ओर दागे गए हैं। इज़रायली सेना ने जानकारी दी है कि इन हमलों में उनके 10 सैनिकों की मौत हो चुकी है। हालांकि, हिजबुल्लाह ने अपने मारे गए लड़ाकों की संख्या सार्वजनिक नहीं की है। इज़रायल ने भी सीमा पर हमले तेज कर दिए हैं, जिससे दक्षिणी लेबनान के कई इलाके प्रभावित हो रहे हैं।

दोनों पक्षों की आक्रामक रणनीति

विशेषज्ञों का मानना है कि हिजबुल्लाह द्वारा नागरिकों को दी गई चेतावनी इज़रायली सेना की पहले की रणनीतियों का जवाब है, जो उसने लेबनान के दक्षिणी इलाकों में अपनाई थी। दोनों पक्ष अपनी आक्रामक रणनीतियों पर अडिग हैं और संघर्ष को किसी भी कीमत पर जारी रखने के संकेत दे रहे हैं। बढ़ते हमलों के चलते सीमावर्ती इलाकों में रह रहे लोगों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपील और अनिश्चित भविष्य

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संघर्ष रोकने और शांतिपूर्ण समाधान तलाशने की अपील की है। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए निकट भविष्य में शांति स्थापित होने की संभावना कम दिखाई दे रही है। सीमा पर जारी तनाव और लगातार हो रहे हमलों के कारण क्षेत्र के निवासियों में भय और असुरक्षा का माहौल गहरा गया है, जिससे शांति वार्ता की संभावनाएं और चुनौतीपूर्ण हो गई हैं।

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