सना। यमन के हुती विद्रोहियों ने एक बार फिर अमेरिकी ड्रोन एमक्यू-9 को निशाना बनाने का दावा किया है। हुती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने बताया कि यह घटना यमन के डूबे समुद्री प्रांत के पास हुई, जहां स्थानीय रूप से निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का इस्तेमाल कर ड्रोन को गिराया गया। यह पिछले 72 घंटों में दूसरा अमेरिकी ड्रोन है जिसे हुती विद्रोहियों ने गिराने का दावा किया है।
अमेरिकी सेना की चुप्पी, तनाव बढ़ने की आशंका
हालांकि, अमेरिकी सेना ने इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस घटना से संबंधित वीडियो जल्द ही प्रसारित किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह दावा यमन में बढ़ते तनाव और अमेरिका तथा हुती विद्रोहियों के बीच बढ़ते संघर्ष को दर्शाता है।
इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष में सक्रियता
हुती विद्रोही समूह नवंबर 2023 से इजरायल के खिलाफ हमलों में सक्रिय है। उन्होंने लाल सागर में इजरायली इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बाधित करने और गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने का दावा किया है। इसके जवाब में अमेरिकी नेतृत्व वाले नौसेना गठबंधन ने हुती के खिलाफ कई हवाई हमले किए हैं।
अमेरिकी कार्रवाई का जवाब
यूएस सेंट्रल कमांड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बयान जारी कर बताया कि अमेरिकी सेना ने हुती नियंत्रण वाले तटीय क्षेत्रों में कई हवाई हमले किए। इन हमलों में हुती के उन्नत पारंपरिक हथियार, कमांड सेंटर और हथियार भंडार को निशाना बनाया गया। अमेरिकी नौसेना और वायु सेना ने लाल सागर के ऊपर समुद्री क्रूज मिसाइल और ड्रोन को भी नष्ट किया।
हुती विद्रोहियों की रणनीति
विश्लेषकों का मानना है कि हुती विद्रोही अमेरिका और इजरायल के खिलाफ अपनी शक्ति दिखाने के लिए लगातार हमले कर रहे हैं। इससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है, जो यमन और इसके आस-पास के इलाकों में शांति प्रयासों के लिए चुनौती बन सकता है।
अमेरिकी ड्रोन को गिराने का हुती विद्रोहियों का दावा दोनों पक्षों के बीच संघर्ष को और गहरा कर सकता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अमेरिका और उसके सहयोगी इस स्थिति का जवाब कैसे देते हैं।