लेबनान में पेजर विस्फोट के नए खुलासे: मोसाद की हैरान करने वाली योजना

बेयरूत।* लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट के बाद फ्रिज और टीवी फटने की खबरों ने सनसनी फैला दी है। इन धमाकों के पीछे की योजना ने दुनियाभर में हलचल मचा दी है, क्योंकि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि हिजबुल्ला को ये पेजर कैसे मिले। इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि उसने शेल कंपनी के जरिए छेड़छाड़ किए हुए पेजर हिजबुल्ला तक पहुंचाए। इस बीच, इजरायल ने लेबनान में कई जगहों पर हमले किए हैं, जबकि हिजबुल्ला ने भी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। फिलहाल, इन धमाकों पर इजरायल की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीन इजरायली खुफिया अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पेजर को हंगरी की बीएसी कंसल्टिंग नामक शेल कंपनी ने तैयार किया था, जिसे मोसाद ने विस्फोटक सामग्री डालकर हिजबुल्ला को भेजा। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बीएसी कंसल्टिंग ने ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो से पेजर निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट लिया था। पेजर बनाने वालों की असली पहचान छिपाने के लिए दो अन्य शेल कंपनियों का भी उपयोग किया गया था। बताया जा रहा है कि पेजर की बैटरी में पैंटेरिथ्रिटोल टेट्रानाइट्रेट नामक एक शक्तिशाली विस्फोटक मिलाया गया था, जिसका महीनों तक हिजबुल्ला को कोई अंदाजा नहीं हुआ।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस ऑपरेशन में इजरायल की यूनिट 8200 ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने पेजर में विस्फोटक डालने की योजना को अंजाम दिया। यूनिट 8200 को साइबर जासूस के रूप में जाना जाता है, जो इस तरह की खुफिया जानकारी जुटाने और तकनीकी उपकरण तैयार करने के लिए जिम्मेदार है।

Exit mobile version