मास्को। रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष ने हालात को और गंभीर बना दिया है। यूक्रेन लगातार लड़ाई में जुटा है, जबकि रूस ने इसे अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है और झुकने के बजाय अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में लगा हुआ है। इसी कड़ी में, रूस ने 1.80 लाख नए सैनिकों की भर्ती का आदेश जारी किया है। इस भर्ती के बाद, रूसी सेना की कुल संख्या 15 लाख सक्रिय सैनिकों तक पहुंच जाएगी, जिससे रूस की सेना चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना बन जाएगी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेना की कुल संख्या 23 लाख 80 हजार करने का आदेश दिया है, जिसमें 15 लाख सक्रिय सैनिक शामिल होंगे। नए सैनिक दिसंबर से ड्यूटी पर आ जाएंगे। इस वृद्धि के बाद, रूस केवल चीन से पीछे रहेगा, जिसकी सेना में लगभग 20 लाख सक्रिय सैनिक हैं, जबकि अमेरिका भी इस संख्या के मुकाबले पीछे रह जाएगा। भारत की सेना के पास करीब 14 लाख सक्रिय सैनिक हैं।
रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से तीसरी बार सेना का विस्तार किया है। पुतिन का यह निर्णय यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के लिए एक बड़ा चुनौती बन गया है। पश्चिमी देशों और नाटो ने रूस को अलग-थलग करने की कोशिश की है, लेकिन पुतिन अपने इरादों पर अडिग हैं और अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं। पुतिन की योजना में संभावित रूप से युद्ध को लंबा खींचना भी शामिल हो सकता है, खासकर हाल ही में कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सैनिकों की घुसपैठ और सीमा पार हमले के बाद।
पुतिन के नए आदेश से स्पष्ट है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ और कठोर रुख अपनाने का इरादा रखता है, और इस वृद्धि से यह संदेश भेजा जा रहा है कि रूस संघर्ष को समाप्त करने की बजाय अपनी सैन्य क्षमता को और बढ़ा रहा है।