सियोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने हाल ही में देश में मार्शल लॉ लगाने की घोषणा कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। हालांकि, इस कदम का व्यापक विरोध हुआ और संसद ने इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित किया, जिसके बाद महज छह घंटे में मार्शल लॉ हटा लिया गया। अब स्थिति बिगड़ती देख राष्ट्रपति ने जनता से माफी मांगते हुए इस तरह की घटना दोबारा न होने का वादा किया है।
शनिवार को एक लाइव टेलीविजन संबोधन में राष्ट्रपति यून ने कहा, “यह आपातकालीन मार्शल लॉ मेरी हताशा से उपजा था। मैंने लोगों को चिंता और असुविधा का कारण बनाया, जिसके लिए मैं गहराई से माफी मांगता हूं।” उन्होंने स्वीकार किया कि उनका यह कदम राज्य की स्थिरता के लिए एक बड़ी गलती थी।
यह बयान ऐसे समय आया है जब नेशनल असेंबली में उनके महाभियोग पर मतदान होने वाला है। यह राष्ट्रपति के कार्यकाल का एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है। यून ने कहा, “मैं अपने कार्यकाल के भविष्य का फैसला अपनी पार्टी पर छोड़ता हूं। देश को स्थिर करने की जिम्मेदारी मेरी पार्टी और सरकार की है।”
राष्ट्रपति यून के इस फैसले और माफी ने देश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। यह देखना बाकी है कि उनकी पार्टी और संसद इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाएंगे।
मार्शल लॉ और उसके विरोध की पूरी कहानी:
मार्शल लॉ की घोषणा ने देश में खलबली मचा दी थी। जनता और विपक्षी दलों ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया। संसद द्वारा इसके खिलाफ कड़ा कदम उठाए जाने के बाद यह कदम वापस लेना पड़ा। अब राष्ट्रपति की माफी और भविष्य की रणनीति पर देश की निगाहें टिकी हुई हैं।