रूस से लगातार जंग के चलते यूक्रेन बना यूरोप का सबसे गरीब देश

लाखों लोगों पर रोजी-रोटी का संकट, काम धंधे सभी ठप
कीव,। रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस लड़ाई ने यूक्रेन को काफी नुकसान पहुंचाया है। काम ठप हो गए हैं लाखों लोग रोजी-रोटी के संकट से जूझ रहे हैं। लोगों को खाने-पीने के लिए घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता है। इस लड़ाई ने लाखों लोगों को गरीबी में धकेल दिया है। हालत यह है कि यूक्रेन यूरोप का सबसे गरीब देश बन गया है।
मीडिया रिपोर्ट में आईएमएफ के मुताबिक यूक्रेन की प्रति व्यक्ति आय 4,500 डॉलर पर आ गई है। मोल्दोवा की भी यही स्थिति है। ये दोनों देश यूरोप के सबसे गरीब देशों की लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। यूरोप के सबसे गरीब देशों की लिस्ट में कोसोवो तीसरे नंबर पर है। वहां की जीडीपी पर कैपिटा 4,700 डॉलर है। इसके बाद आर्मेनिया, अल्बानिया, नॉर्थ मैसेडोनिया, जॉर्जिया, बोस्निया एंड हर्जेगोविना, सर्बिया और मोंटेनेग्रो का नंबर आता है। इन देशों की जीडीपी पर कैपिटा 5,300 डॉलर से आठ हजार डॉलर के बीच है। इस सूची में तुर्की 12,500 डॉलर 15वें और रूस 13,500 डॉलर जीडीपी पर कैपिटा के साथ 16वें नंबर पर हैं। आर्थिक बदहाली से जूझ रहा ग्रीस 17वें नंबर पर है। ग्रीस की जीडीपी पर कैपिटा 14,800 डॉलर है। हंगरी, क्रोएशिया और पुर्तगाल भी गरीब देशों की सूची में शामिल हैं।
सबसे ज्यादा अमीर देशों में वेटिकन सिटी सबसे आगे है। उसकी जीडीपी पर कैपिटा 63 हजार डॉलर है। इसके बाद सैन मरीनो, अंडोरा, मोनैको, लिचेंस्टीन, स्विट्जरलैंड, लक्जमबर्ग, आइसलैंड, नॉर्वे, फिनलैंड और डेनमार्क का नंबर है। इन देशों की जीडीपी पर कैपिटा 61,200 डॉलर से 48 हजार डॉलर के बीच है। स्वीडन, आयरलैंड, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, यूके, जर्मनी, बेल्जियम, फ्रांस, माल्टा, साइप्रस, इटली, स्पेन, चेक गणराज्य स्लोवेनिया, एस्तोनिया, लात्विया, लिथुआनिया, पोलैंड और स्लोवाकिया में जीडीपी पर कैपिटा 45,600 डॉलर से 19,500 डॉलर है।

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