सेन फ्रांसिस्को: ग्वाटेमाला में रहने वाले माया जनजाति के लोग दुनिया में सबसे छोटे होते हैं। पुरुषों की औसत ऊंचाई 5 फीट और महिलाओं की 4 फीट 10 इंच होती है। हालांकि, एक दिलचस्प तथ्य यह है कि अगर ये लोग बचपन में उत्तरी अमेरिका में रहते हैं, तो उनकी लंबाई में वृद्धि होती है। यही नहीं, यह वृद्धि अगली पीढ़ी तक भी पहुंचती है। ग्वाटेमाला से अमेरिका गए माया बच्चे अपने ग्वाटेमाला के साथियों से लगभग चार इंच लंबे होते हैं। हालांकि, जैसे-जैसे ये बच्चे बड़े होते हैं, यह अंतर कम हो जाता है, लेकिन फिर भी अमेरिका में रहने वाले माया लोग अपने मूल देश के लोगों से लंबे होते हैं।
विज्ञानियों ने इस लंबाई में वृद्धि के कारणों का अध्ययन किया है और पाया है कि बेहतर पोषण और स्वच्छता इसके प्रमुख कारक हैं। शोध में यह भी सामने आया है कि माया जनजाति के पूर्वजों की औसत लंबाई 1535 में किए गए अध्ययन से ज्यादा पाई गई थी।
कैसे हुआ रिसर्च?
इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य यह जानना था कि माया जनजाति में लंबाई में अंतर क्यों होता है। वैज्ञानिकों ने उत्तरी और दक्षिणी यूरोप, बाल्कन और अन्य क्षेत्रों के आदिवासियों का अध्ययन किया। परिणाम स्वरूप, पाया गया कि माता-पिता की लंबाई का बच्चों की लंबाई पर प्रभाव पड़ता है। लेकिन यह इतना सरल नहीं है। शोध में यह भी सामने आया कि कम से कम 697 जेनेटिक म्युटेशन किसी व्यक्ति की लंबाई पर प्रभाव डालते हैं। इसके अलावा, आहार और पर्यावरण भी किसी की लंबाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस प्रकार, माया जनजाति के लोगों की लंबाई में वृद्धि की प्रक्रिया एक जटिल मिश्रण है जिसमें आनुवंशिकी, पोषण, और पर्यावरणीय तत्व शामिल हैं।