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शी जिनपिंग के बयानों से अटकलें तेज, क्या चीन ताइवान पर कर सकता है हमला?

बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ताजा बयान ने वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है। जिनपिंग ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश देते हुए उसे और अधिक मजबूत करने की बात कही है। इस दौरान चीन ने ताइवान के आसपास और उत्तरी व मध्य चीन में बड़े सैन्य अभ्यास शुरू कर दिए हैं। ताइवान के चारों ओर हो रही मिलिट्री ड्रिल को लेकर आशंका जताई जा रही है कि चीन हमले की तैयारी कर सकता है।

ताइवान पर चीन की नजरें

चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश के रूप में देखता है। 1949 से ताइवान स्वतंत्र रूप से शासन कर रहा है, लेकिन चीन उसे अपना अलग प्रांत मानता है। दोनों देशों के बीच पिछले दो सालों से विवाद गहराता जा रहा है।

शी जिनपिंग की चेतावनी

शी जिनपिंग ने ताइवान सहित चीन के “दुश्मन देशों” को चेतावनी देते हुए कहा है कि चीन की ताकत को कमतर नहीं आंका जाना चाहिए। यह बयान चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव के संकेत दे रहा है। बीजिंग का यह आक्रामक रुख न केवल क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल रहा है, बल्कि वैश्विक स्थिरता को भी चुनौती दे सकता है।

अमेरिका और ताइवान के संबंधों पर चीन की नाराजगी

चीन ताइवान के प्रति अमेरिका के समर्थन से नाखुश है। अमेरिका न केवल ताइवान को हथियार और सैन्य प्रशिक्षण मुहैया कराता है, बल्कि उसकी स्वतंत्रता का समर्थन भी करता है। यही कारण है कि चीन लगातार ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास कर रहा है और अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहा है।

क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक तनाव पर असर

विश्लेषकों का मानना है कि चीन का यह आक्रामक रुख भविष्य में ताइवान पर हमले की तैयारी का संकेत हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता के साथ-साथ वैश्विक शांति के लिए भी गंभीर चुनौती बन सकता है।

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